कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ग़ज़ा में हज़ारों निर्दोष नागरिकों और बच्चों के मारे जाने को ‘मानवता के ख़िलाफ़ अपराध’ बताया है.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर लिखा है, “राशन, पानी और बिजली बंद करके दसियों लाख लोगों को सामूहिक सज़ा देना मानवता के ख़िलाफ़ अपराध है.”
“हमास द्वारा निर्दोष इसराइलियों की हत्या और बंधक बनाया जाना एक अपराध है और इसकी निंदा की जानी चाहिए. इसराइल और फ़लस्तीन के बीच हिंसा के चक्र को रोकने की ज़रूरत है.”
इसे पहले कांग्रेस पार्टी ने एक बयान जारी करके ग़ज़ा में तत्काल संघर्ष विराम करने और मानवीय सहायता को जाने देने की अपील की.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम से जारी बयान में कहा गया है, “कांग्रेस ने सभी पक्षों की ओर से बेमतलब हिंसा और युद्ध को बंद करने और वार्ता एवं कूटनीति का रास्ता अपनाने की अपील की है ताकि फ़लस्तीनी लोगों की आकांक्षाओं को पूरा किया जा सके और इसराइल की सुरक्षा चिंताओं को भी सुनिश्चित किया जा सके.”
बयान के अनुसार, “ग़ज़ा के अस्पताल पर बिना सोचे की गई बमबारी से सैकड़ों की संख्या में निर्दोष पुरुष, औरतें और बच्चे मारे गए और इससे उपजी गंभीर मानवीय त्रासदी, दोनों को ही सही नहीं ठहराया जा सकता. इसके लिए दोषियों पर जवाबदेही तय करनी चाहिए.”
बयान में सात अक्टूबर को ‘हमास द्वारा इसराइल के लोगों पर किए गए बर्बर हमले’की निंदा की गई है.

The killing of thousands of innocent civilians, including children in Gaza and the collective punishment of millions of people by cutting off their food, water and electricity are crimes against humanity.
Hamas’ killing of innocent Israelis and taking of hostages is a crime and must also be condemned.
The cycle of violence between Israel and Palestine must be brought to an end.