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वीर तुम अड़े रहो, रजाई में पड़े रहो!!By-यदवेंदेर शर्मा!!
रायता · Yadvinder Sharma · =============== वीर तुम अड़े रहो, रजाई में पड़े रहो।। चाय का मजा, मिले, सिकी ब्रेड भी मिले। मुंह कभी दिखे नहीं, रजाई, खिसके नहीं। मां की लताड़ हो, या बाप की दहाड़ हो। तुम निडर डटो वहीं, रजाई से उठो नहीं। वीर तुम अड़े रहो, रजाई में पड़े रहो।। मुंह […]
“एक कामवाली और लगवा लीजिए…
Madhu Singh ========== सुरभि कितनी बार बोला है तुम्हें अगर तुम्हारे पास वक्त नहीं है तो तुम नौकरी छोड़ दो। कम से कम मेरे खाने के लिए कामवाली ही रख लो, मानव की पत्नी (नेहा) को मैं कुछ कह नहीं सकता पर हर रोज एक जैसी सब्जी खाकर मैं उब गया हूं। तुम जानती हो […]
‘जाते हुए कौवे’…..कुछ अनहोनी की आशंका है!
Rajendra Pandey ============== . ‘ जाते हुए कौवे ‘ कौवा हमारी जिंदगी से जितना जुड़ा रहा, शायद ही कोई पशु, पक्षी उतना नजदीक से जुड़ा रहा हो । कौवा आंगन में बोले तो प्रिय के आगमन की सूचना है। लेकिन कई कौवे एक साथ रात मेंबोलें तो अशुभ है। कुछ अनहोनी की आशंका है l […]