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राजस्थान : नाबालिग़ लड़की से गैंगरेप कर आरोपियों ने उसे कोयले की भट्टी में जला दिया!

राजस्थान के भीलवाड़ा ज़िले में एक नाबालिग लड़की की कथित तौर पर कोयला बनाने वाली भट्टी में जलकर मौत होने की ख़बरें सामने आ रही हैं.

परिवार का आरोप है कि लड़की के साथ गैंगरेप किया गया और फिर हत्या की गई.

घटना बुधवार रात की है.

कहा जा रहा है कि कोयले की भट्टी से शव के अवशेष मिले हैं जो पूरी तरह से जले हुए हैं.

कुछ हड्डियां डीएनए टेस्ट के लिए भेजी गई हैं. भट्टी से चांदी का कड़ा बरामद हुआ है, परिवार वालों का दावा है कि ये कड़ा लड़की का है.

कोटड़ी थाना इलाक़े की इस घटना के बाद से ही ग्रामीणों में ग़ुस्सा है और पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी मौक़े पर मौजूद हैं.

डॉग स्क्वायड, एफएसएल और एमओबी टीमें मौक़े पर जांच कर रही हैं.


C. P. Joshi
@cpjoshiBJP

शाहपुरा, भीलवाड़ा में हैवानियत की हदें पार कर देने वाली हृदय विदारक घटना हुई है, नाबालिग लड़की से गैंगरेप कर आरोपियों ने उसे कोयले की भट्टी में जला दिया। प्रशासन की नाकामी देखिए पुलिस से कोई सहयोग नहीं मिला, परिजनों द्वारा स्वयं जाँच कर मृत बच्ची को ढूँढा

परिजनों ने गैंग रेप के बाद हत्या के आरोप लगाए हैं.

स्थानीय पत्रकार राजकुमार के मुताबिक़, “परिजनों का आरोप है कि गैंग रेप के बाद हत्या की गई है. दोषियों को फांसी की सज़ा, एक करोड़ रुपये मुआवज़ा और कोटड़ी थाना पुलिस पर कार्रवाई की मांग की जा रही है.”

कोटड़ी थाना अध्यक्ष खिंवराज गुर्जर ने फोन पर बीबीसी से बताया, “एक नाबालिग लड़की बकरियां चराने गई थी. शाम तक नहीं लौटी तो परिजनों ने तलाश किया. नृसिंगपुरा के जंगल में रात को कोयला बनाने वाली भट्टी में आग लगी दिखी तो परिजनों को शक हुआ.”

पुलिस ने कहा, “लकड़ी से आग को कुरेदा तो उसमें से लड़की का कड़ा मिला. जिसकी सूचना पर वरिष्ठ अधिकारियों समेत पुलिस पहुंची.”

थाना प्रभारी गुर्जर ने आगे कहा, “शव के जले अवशेष मिले हैं. कुछ हड्डियां डीएनए टेस्ट के लिए भेजी जा रही हैं. घटनास्थल पर मौजूद कोयला बनाने वाले लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. गैंगरेप के आरोपों की भी जांच की जा रही है.”

राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष चंद्र प्रकाश जोशी ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया, ”कांग्रेस सरकार पर जो महिला अपराध पर दूसरे राज्यों को कोसते हैं, लेकिन अपने राज्यों के अपराध पर बिल्कुल नियंत्रण नहीं. विपक्ष द्वारा बार-बार चेताने पर भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी को कोई फर्क नहीं पड़ता, वो अपनी घोषणाओं में व्यस्त हैं.”