देश

राजस्थान : छेड़छाड़ और रेप की घटनाओं पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सख़्त एक्शन लेने के आदेश दिए!

राजस्थान में बीते दिनों से लगातार हो रहीं छेड़छाड़ और रेप की घटनाओं पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सख़्त एक्शन लेने की बात कही है.

एसएमएस स्टेडियम में शनिवार को एक कार्यक्रम में पहुंचे सीएम ने मीडिया से बातचीत की है.

सीएम अशोक गहलोत ने कहा, “मनचले लड़के पूरा माहौल ख़राब करते हैं. यह लड़कियों के साथ बदतमीजी करते हैं. हमने कल रात मीटिंग में डीजीपी और चीफ़ सेक्रेटरी को कहा है कि मनचले लोगों का इलाज करो.”

“इन मनचलों के नाम लिखो और राजस्थान लोक सेवा आयोग और राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड को भेजो.”

सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों की भर्ती करने वाले बोर्ड को छेड़छाड़ करने वालों के नाम भेजने की बात से सीएम ने स्पष्ट संदेश दिया है कि अब मनचलों को सरकारी नौकरी मिलने में मुश्किल होगी.

सीएम ने कहा, “यह मनचले जो बहन-बेटियों पढ़ने के लिए आती हैं उनके साथ छेड़छाड़ और बदतमीजी करते हैं.”

अपराध पर बीजेपी पर निशाना सीएम

अशोक गहलोत ने अपराध को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है.

उन्होंने कहा, “राजस्थान शांतिप्रिय प्रदेश है. मणिपुर की घटना से तुलना करते तुलना करते हुए राजस्थान को बदनाम करने का प्रयास हो रहा है. कुछ घटनाएं हुई हैं. हर राज्य में घटनाएं हो रही हैं.”

“इनको मध्यप्रदेश की घटना नहीं दिखती है, जहां पूर्व एमएलए का बेटा इसमें शामिल है. जोधपुर में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने रेप किया, उसका यह ज़िक्र नहीं करेंगे.”

“बलात्कार की घटनाओं पर हम सब मिलकर समाज को शिक्षित करें. परिवार में बच्चों का ध्यान रखें.”

‘किसी का लव अफेयर है तो पेरेंट्स शादी की छूट दें’

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीते दिनों नाबालिग से प्रेमी के सामने गैंगरेप की घटना का ज़िक्र करते हुए कहा, “यह तभी रुक सकता है जब माता-पिता का दिल बड़ा हो. मान लीजिए किसी के लव अफेयर है, तो माता-पिता को चाहिए कि समझाइश करें, उन्हें शादी करने की छूट दें.”

“लड़की-लड़के बिना पूछे घर से चले जाते हैं, भाग जाते हैं. ऐसी नौबत नहीं आनी चाहिए. परिवारजनों को चाहिए कि बच्चों का ख्याल रखें. बच्चों के दिल दिमाग़ में क्या है. बच्चे आत्महत्या कर लेते हैं, एक दूसरे मार देते हैं.”