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राजनेताओं की गैस एजेंसियां, तो रसद विभाग व प्रसासन क्यों करें कार्यवाही : बांसवाड़ा राजस्थान से रिपोर्टर धर्मेन्द्र कुमार सोनी की कलम से!

कुशलगढ़ जिला बांसवाड़ा राजस्थान रिपोर्टर धर्मेन्द्र कुमार सोनी की कलम से
राजनेताओं की गेस एजेंसियां तों रशद विभाग व प्रसासन क्यों करें कार्यवाही!

कुशलगढ़ सहित ग्रामीण क्षेत्रों की होटलों में धड़ल्ले से उपयोग में लाई जा रही है सरकारी उज्जवला योजना की टंकीया!देश के ईमानदार प्रधानमंत्री भले ही गरीबों के लिए उज्जवला योजना में गेस कनेक्शन दे रहे हैं वहीं घरेलू कनेक्शन की गेस की टंकीया इन दिनों शादी समारोह व होटलों ढाबों पर इस्तेमाल हो रहीं हैं राजस्थान में डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद भी राजनीतिक सकुक दार इन गैस एजेंसियों के मालिक बन बैठे हैं जिनको सरकारी अधिकारी भी इनको रोकने में बोने साबित होते दिखाई देते नजर आ रहे हैं! राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों होटलों में धड़ल्ले से अवैध रूप से गैस एजेंसी वाले गैस की टंकीया होटलों के मालिकों को परोस रहे हैं बांसवाड़ा रशद विभाग भी इक्का दुक्का कार्यवाही कर मिडीया में भले ही सुर्खियां बटोर ले पर रशद विभाग की दाल ही पुरी काली दिखाई देती नजर आ रही है! कुशलगढ़ नगर की होटले हो या बड़ी सरवा पाटन मोहकमपुरा हर होटलों पर गैस की टंकीया आप को इस्तेमाल करतें दिखाई देगी आखीर हम किस राजनीतिक दल पर विश्वास करे तो कैसे करे!जिले से लेकर उपखंड स्तर पर सरकार ने अधिकारियों की ज्वाइनिंग दे रखी हे हर माह मोटी तनख्वाह लेते हैं कानून की दुहाई देते हैं पर खादी के आगे सबके सब बोने क्यों साबीत होते हैं!क्या यहीं प्रजातंत्र है?जब जब चुनाव नजदीक आते हैं तब गीरगीट की तरह राजनीतिक दलों के लोग लोक लुभावन वादे करते हैं हम गरीबों की सेवा करेंगे मगर चुनाव जितने के बाद प्रेटोल पंप गेस एजेंसियां हथिया कर सिर्फ और सिर्फ अपनी तिजोरियां भरने से बाज नहीं आते कोई गरीब भुले से अंजाने में कोई ग़लती करलें तो गरीब की वाट लग जाती है मगर राजनीति रसुख वाला भले ही अपनी तिजोरी भरे काली कमाई करे तो उपर से लेकर निचे तक सरकारी अमला जी हजूरी में मशगूल क्यों हो जाता है?आखीर गरीब मतदाता का क्या कसूर है जो अपना बैश किमती वोट देकर नेता बनाता है कि गरीब का भला होगा मगर चुनाव जितने के बाद नेताओं के तेवर सातवें आसमान पर क्यों पंहुच जाते हैं अखीर कब तक यह सिलसिला चलता रहेगा! देखना यह होगा कि कड़वी सच्चाई लिखने से में डरता नहीं हु में एक कलम कार हू जन्ता सरकारी कारिंदों व नेताओं व राजनीतिक रोटियां सेंकने वालों को अब पुरी तरह समझ चुकी है! देखना यह होगा कि बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ सहित ग्रामीण क्षेत्रों में होटलों में धड़ल्ले से गेस की टंकीया पर जिला प्रशासन उपखंड प्रषासन व रशद विभाग क्या कार्रवाई करता है या नहीं यह तो वक्त ही बताएगा?

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