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ये हो क्या रहा है,देश में? अब मणिपुर के 13 एथलीट ने मेडल वापिस करने की चेतावनी दी : रिपोर्ट

मणिपुर में 3 मई से हिंसा जारी है। अब तक 80 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच ओलिंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू सहित मणिपुर की 11 खेल हस्तियों ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है।

इन लोगों ने अमित शाह से राज्य में जल्द शांति बहाल करने की मांग की है। इन्होंने कहा है कि अगर स्थिति सामान्य नहीं हुई तो वे अपने अवॉर्ड और मेडल लौटा देंगे।

लेटर पर दस्तखत करने वालों में मीराबाई चानू, पद्म पुरस्कार विजेता वेटलिफ्टर कुंजारानी देवी, पूर्व भारतीय महिला फुटबॉल टीम की कप्तान बेम बेम देवी और मुक्केबाज एल सरिता देवी शामिल हैं।

इधर, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने मंगलवार को पुणे में कहा कि मणिपुर में हालात सामान्य होने में थोड़ा वक्त लगेगा।

जनरल चौहान ने कहा- राज्य में हिंसा दो जातियों के बीच संघर्ष का परिणाम है। इसका उग्रवाद से कोई लेना-देना नहीं है। यह कानून-व्यवस्था का मामला है। हम राज्य सरकार की मदद कर रहे हैं।

28 मई को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बताया था कि राज्य में हिंसा शुरू होने के बाद पुलिस एनकाउंटर में 40 लोग मारे गए हैं। CM ने इन्हें मिलिटेंट बताया था।\

https://www.youtube.com/watch?v=8_vEOvERDIc

अमित शाह इंफाल में, 1 जून तक यहीं रहेंगे
गृह मंत्री अमित शाह 29 मई को मणिपुर की राजधानी इंफाल पहुंचे। वे यहां 1 जून तक रहेंगे। देर रात उन्होंने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, मंत्रियों और अधिकारियों के साथ मीटिंग की।

इस बैठक में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और इंटेलिजेंस ब्यूरो के चीफ तपन डेका मौजूद थे।

शाह ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए की सहायता राशि और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की है। उन्होंने राज्य में राशन और तेल जैसी जरूरी चीजों की सप्लाई को बेहतर करने के निर्देश दिए हैं।

मंगलवार सुबह अमित शाह ने सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों और बुद्धिजीवियों के साथ अलग-अलग बैठकें की। गृह मंत्री 1 जून तक कई राउंड की सुरक्षा बैठकें करेंगे।

इससे पहले मणिपुर सरकार ने राज्य में हिंसा को लेकर फेक न्यूज फैलाने वालों पर राजद्रोह का केस दर्ज करने का आदेश दिया है।

https://www.youtube.com/watch?v=Wn8g5IJQ678

हिंसा के चलते अब तक 80 लोगों की जान गई
अमित शाह के दौरे से एक दिन पहले रविवार को भी मणिपुर के कुछ इलाकों में हिंसा हुई थी। राजधानी इंफाल से लगे सेरौ और सुगनू इलाके में हिंसक झड़प हुई। इसमें 1 पुलिसकर्मी समेत 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 घायल हुए हैं। राज्य में हिंसा के चलते अब तक करीब 80 लोगों की जान गई है।

 

सेना ने 2,000 ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला
ताजा हिंसा के बाद सेना और असम राइफल्स ने 28 मई को एक बड़ा रेस्क्यू अभियान चलाया। जिसमें कुकी जनजाति और मेइती समुदाय के ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में मदद की।

सेना और अर्धसैनिक बलों ने पुलिस, राज्य प्रशासन और नागरिक समाज संगठनों के साथ मिलकर सेरो से मैतेई समुदाय के लगभग 2,000 ग्रामीणों को निकाला और उन्हें पंगलताबी राहत शिविर ले गए। इसी तरह कुकी जनजाति के लगभग 328 ग्रामीणों को सुरक्षित रूप से सुगनू से साजिक तंपक पहुंचाया गया।

https://www.youtube.com/watch?v=RmxwsJGALSY

31 मई तक इंटरनेट बैन, 40 हजार लोग पलायन कर चुके
मणिपुर में कुकी जनजाति के लोग मैतेई समुदाय को ST का दर्जा देने के खिलाफ 3 मई से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके बाद राज्य में कानून-व्यवस्था बिगड़ती गई। केंद्र सरकार को राज्य में सेना और अर्धसैनिक बलों को तैनात करना पड़ा। कई जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया, जो अब तक जारी है। 31 मई तक इंटरनेट भी बैन कर दिया गया है। अब तक 40 हजार लोग पलायन कर चुके हैं।

4 पॉइंट्स में जानिए, पूरा विवाद…

1. मणिपुर में आधी आबादी मैतेई समुदाय की
मणिपुर की लगभग 38 लाख की आबादी में से आधे से ज्यादा मैतेई समुदाय के लोग हैं। मणिपुर के लगभग 10% क्षेत्रफल में फैली इंफाल घाटी मैतेई समुदाय बहुल है।

हाल ही में मणिपुर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) में शामिल करने पर विचार करने के आदेश जारी किए हैं।

2. मैतेई समुदाय आरक्षण क्यों मांग रहा है
मैतेई समुदाय के लोगों का तर्क है कि 1949 में भारतीय संघ में विलय से पूर्व उन्हें रियासतकाल में जनजाति का दर्जा प्राप्त था। पिछले 70 साल में मैतेई आबादी 62 फीसदी से घटकर लगभग 50 फीसदी के आसपास रह गई है। अपनी सांस्कृतिक पहचान के लिए मैतेई समुदाय आरक्षण मांग रहा है।

3. नगा-कुकी जनजाति आरक्षण के विरोध में
मणिपुर की नगा और कुकी जनजाति मैतेई समुदाय को आरक्षण देने के विरोध में हैं। राज्य के 90% क्षेत्र में रहने वाला नगा और कुकी राज्य की आबादी का 34% हैं।

इनका कहना है कि राज्य की 60 में से 40 विधानसभा सीट पहले से मैतेई बहुल इंफाल घाटी में हैं। राजनीतिक रूप से मैतेई समुदाय का पहले से ही मणिपुर में दबदबा है।

नगा और कुकी जनजातियों को आशंका है कि एसटी वर्ग में मैतेई को आरक्षण मिलने से उनके अधिकारों में बंटवारा होगा। मौजूदा कानून के अनुसार मैतेई समुदाय को राज्य के पहाड़ी इलाकों में बसने की इजाजत नहीं है।

4. हालिया हिंसा का कारण आरक्षण मुद्दा
मणिपुर में हालिया हिंसा का कारण मैतेई आरक्षण को माना जा सकता है। पिछले साल अगस्त में मुख्यमंत्री बीरेन सिंह की सरकार ने चूराचांदपुर के वनक्षेत्र में बसे नगा और कुकी जनजाति को घुसपैठिए बताते हुए वहां से निकालने के आदेश दिए थे। इससे नगा-कुकी नाराज चल रहे थे। मैतेई हिंदू धर्मावलंबी हैं, जबकि एसटी वर्ग के अधिकांश नगा और कुकी ईसाई धर्म को मानने वाले हैं।

इम्फाल घाटी वाले इलाके में मैतेई समुदाय का दबदबा है। ये ज्यादातर हिंदू होते हैं। मणिपुर की कुल आबादी में इनकी हिस्सेदारी करीब 53% है। मणिपुर के कुल 60 विधायकों में से 40 विधायक मैतेई समुदाय से हैं

Dainik Bhaskar
@DainikBhaskar

#BREAKING मणिपुर हिंसा… चानू समेत 11 खिलाड़ियों ने कहा- मेडल लौटा देंगे: केंद्र से गुहार- शांति जल्द बहाल हो; CDS बोले- यह जातीय हिंसा, उग्रवाद नहीं
#ManipurViolence

Surya Pratap Singh IAS Rtd.
@suryapsingh_IAS
ये हो क्या रहा है,देश में?

अब मणिपुर के 13 एथलीट अपने मेडल वापिस करने की चेतावनी दी।

प्रसिद्ध मुक्केबाज सरिता देवी और ओलंपियन
@mirabai_chanu
सहित 13 एथलीटों ने मणिपुर
में हिंसा नहीं रुकी, तो अपने सारे पदक वापस करने की धमकी दी।

सर जी,कुछ करो, रैलियां बाद में कर लेना।

Mahua Moitra
@MahuaMoitra

Wonder why Hon’ble HM chooses to include ITDC Chairman@sambitswaraj at official meeting in Manipur? Is it because ultimately BJP govt considers Manipur crisis as nothing more than adventure tourism?

@Pawankhera

Mike
@Mikehaokip23

We will not tolerate the nonsense of #NBirenSingh anymore. Stop #Manipur_violence

joyous zo
@Lalboi_zo

He tells the truth. This is the fact about the present situation in Manipur where Meitei Leepun, Arambai Tengol and Polices are openly firing, raping, burning and killing the Kuki_Zo communities. Is this a dictatorship country? We want to hear from the CM of India.

miZO zEITGEIST
@mizozeitgeist
MY GOD this Meitei old man so touched me. Am in tears..😭 😭
He was left alone in his village in Sugnu area. Luckily, he was safely escorted back to Moirang area by Kuki tribals.
The senseless and barbaric killings in #Manipur must stop.

Enough of these bloodshed please

Ricky Vaiphei
@ricky_vaiphei
·
May 29
Meitei Thaomeiband MLA Kh. Joykishan send his 18th personal guard Manipur Rifles to take part in the fight and attacked Kuki villages and kills. Is this the Oat taking to safeguarding the people of Manipur under the Indian constitution or ethnic cleansing of kuki community??

Lalzawm s gangte
@LSGangte
·
May 28
Shameless BJP and
@NBirenSingh

You said the war is between Govt of Manipur/India Vs Kuki SoO ug group?? What about your favorite and child 1000 strong animals Arambai Tenggol/Meetei Leepun siding with your state Commando and Army? U mean they are govt sepoy?? Shame on you.