भारत में बड़े पैमाने पर कोकीन भिजवाने वाला व लंदन में बैठा मास्टर माइंड इस गोरखधंधे में किसी तरह का धोखा नहीं खाना चाहता था। उसने दिल्ली के महिपालपुर व रमेश नगर की तरह गुजरात के अंकलेश्वर, भरूच में एक दवा कंपनी में रखी गई खेप की निगरानी के लिए अपने दो लड़के अमित व मयूर देसले को रखा हुआ था। ये दवा कंपनी अंतरराष्ट्रीय मास्टरमाइंड के कहने पर काम कर रहे थे। पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर दवा कंपनी के पार्टनर तीन मालिकों को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली पुलिस ट्रांजिट रिमांड लेकर इनको दिल्ली लेकर आ रही है। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली से बरामद कोकीन फार्मा सॉल्यूशन सर्विसेज नाम की कंपनी की है और यह आवकार ड्रग लिमिटेड कंपनी से आई थी।
अब तक कुल 12 गिरफ्तारियां
बताया जा रहा है कि कोकीन के ये खेप भी गाजियाबाद व हापुड़ आने वाली थीं। ये भी बताया जा रहा है कि आवकार कंपनी में कोकीन कंटेनर से आती थी। आवकार ड्रग प्राइवेट लिमिटेड दवा बनाने वाली कंपनी है। हालांकि इसका लाइसेंस भी नहीं है। इसमें ऑर्डर पर फुटकर में दवाइयां बनाई जाती थीं। दिल्ली पुलिस ये पता कर रही है कि कंपनी में पीछे कोकीन कहां से आई थी। गुजरात व दिल्ली से बरामद खेप का लिंक एक ही है। इस मामले में अब तक कुल 12 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
– दक्षिण अमेरिकी देशों से आने की पूरी संभावना : पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ये मादक पदार्थ दक्षिण अमेरिका के किसी देश से भारत आए हैं। समुद्री रास्ते से ये गोवा पहुंचे हैं। इसके बाद इन्हें गुजरात में रखा गया है। गुजरात से कोकीन को गाजियाबाद व हापुड़ पहुंचाया गया है। यहां से ये दिल्ली पहुंची है।
लंदन में बैठे मास्टरमाइंड ने किसी को भेजा
– दो अक्तूबर को महिपालपुर से बरामद की गई खेप की निगरानी के लिए जितेंद्र गिल उर्फ जस्सी को भेजा था। इसे अमृतसर एयरपोर्ट से उस समय गिरफ्तार किया गया।
– 10 अक्तूबर को रमेश नगर से बरामद की गई खेप की निगरानी के लिए सविंदर को भेजा गया। सविंदर सुरक्षा एजेंसियों को धोखा देकर आईजीआई एयरपोर्ट दिल्ली से फरार होने में कामयाब हो गया।
– गुजरात वाले खेप के लिए अमित और मयूर देसले को दवा कंपनी में काम पर रखा गया था। ये ड्रग्स की सप्लाई पर नजर रखते थे।
पांच गिरफ्तार आरोपी
अंकलेश्वर, भरूच, गुजरात निवासी विजय भेसनिया पुत्र केशवलाल, मयूर देसले पुत्र मोतीलाल देसले, जीआईडीसी, भरूच गुजरात निवासी अश्वनी रमानी पुत्र केशुभाई रमानी, ब्रिजेश कोठिया पुत्र जयंतीलाल कोठिया और रुद्राक्ष वैकुंठ क्रॉस रोड, वडोदरा, गुजरात निवासी अमित पुत्र जगदीश भाई।
Ranjeet Ranjan
@Ranjeet4India
देश के हर कोने में, चाहे वह पंजाब हो, बिहार, दिल्ली या गुजरात, छोटे बच्चे लगातार नशे की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं। यह समस्या केवल शराब तक सीमित नहीं है, बल्कि कई प्रकार के मादक पदार्थ बच्चों तक आसानी से पहुंच रहे हैं। यह स्थिति न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए बल्कि आने वाले भविष्य के लिए भी अत्यंत खतरनाक है।
Ritu Raj Jain (Astrologer)
@astro_rituraj
आँकलन सही दिशा में जा रहा है. सरकारी एजेंसियों द्वारा दिल्ली से हजारों करोड़ की ड्रग्स / मादक पदार्थ पकड़ने के बाद उत्साहित होकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने घोषणा कर दी है कि मादक पदार्थों / ड्रग्स के खिलाफ और कड़ाई से अभियान चलाया जाएगा. ड्रग्स माफिया के बुरे दिन शुरू हो गए हैं. आतंकी और चुनाव की फंडिंग में भी ड्रग्स बहुत ज्यादा प्रयोग की जा रही है