Shyam Meera Singh
@ShyamMeeraSingh
साध्वी प्रज्ञा से INDIA की स्पेलिंग नहीं बताई गई। ये मध्य प्रदेश के भोपाल की सांसद हैं। भोपाल MP की राजधानी है सामान्य शहर नहीं। प्रज्ञा ठाकुर इसी भोपाल के 21 लाख वोटरों का प्रतिनिधित्व करती हैं। 21 लाख वोटरों में से 8 लाख क़रीब वोटरों ने प्रज्ञा ठाकुर को वोट दिया यानी अपना और अपने बच्चों का भविष्य साध्वी प्रज्ञा के हाथ में सौंप दिया। लेकिन सवाल ये है कि साध्वी प्रज्ञा ऐसा करने में कैसे सफल हुईं? कैसे उन्होंने इतने बड़े लोकसभा क्षेत्र को कन्विंस किया कि वे सिर्फ़ उन्हें वोट दें। जवाब साफ़ है। क्या वे बहुत इंटेलीजेंट थीं? क्या उनकी शिक्षा बहुत अधिक थी। क्या वे तरक़्क़ी की नज़र रखती थीं? समाज में कुछ अच्छा करने लायक़ क्षमता थी? जवाब है कि उनके अंदर ऐसा कुछ नहीं था। वे धर्म की आड़ लेकर राजनीति कीं। भाजपा ने धर्म के नाम पर पढ़े-लिखे लोगों को डराया गया। उस भोपाल में जिसमें एक से एक ऐसे छात्र होंगे जिन्होंने UPSC निकाला होगा। पटवारी परीक्षाएँ निकालीं होंगी। MBBS निकाले होंगे। IT कंपनियों में गए होंगे। स्टार्टअप कर रहे होंगे। वे सब धर्म की राजनीति ने छाँट दिये। और उनके ऊपर एक औसत से भी 10 गुना नीचे के दिमाग़ वाली नेता को उनके ऊपर बिठा दिया।
Pragya Thakur on I.N.D.I.A alliance. Must watch 😂🤣 pic.twitter.com/SbJIBg1zin
— Times Algebra (@TimesAlgebraIND) August 17, 2023