

Related Articles
“सुनो खुशबू…मम्मी पापा आ रहे हैं कल…..दस दिन यही रूकेंगे…..एडजस्ट कर लेना…..
Jha Vinay · ============= “सुनो खुशबू .. मम्मी पापा आ रहे हैं कल ….. दस दिन यही रूकेंगे…..एडजस्ट कर लेना…..”राजेश ने खुशबू को बैड पर लेटते हुए कहा। “..कोई बात नही राजेश … आने दिजिए आपको शिकायत का कोई मौका नही मिलेगा…..”….खुशबू ने रिप्लाई दिया ….. सुबह जब राजेश की आंख खुली … खुशबू बिस्तर […]
बिछुड़ने से पहले का दिन….
संजय नायक ‘शिल्प’ =========== चन्द्ररूपायनम ( बिछुड़ने से पहले का दिन….) “पार्वती, जो हो रहा है उसे रोक दो , अब रूपा ने हद पार कर दी है।” रूपा के पिताजी ने माँ से कहा। ” किया क्या है रूपा ने? ” ” अरे , मुझसे पूछती हो..?? पूरा शहर जानता है रूपा ने क्या […]
निराशा से बचने के लिए जीवन में विविधता का होना भी आवश्यक : लक्ष्मी सिन्हा का लेख पढ़िये!
Laxmi Sinha =================== निराशा की एक बड़ी कारण होती है दूसरों से बड़ी-बड़ी अपेक्षाएं करना और जीवन के यथार्थ को स्वीकार नहीं कर पाना । जैसा हम सोचते हैं वैसे ही सारा संसार सोचने लगे, ऐसा सोच हमारी निराशा का कारण बनती है। वर्तमान को छोड़कर भूत एवं भविष्य में अत्याधिक विचारण करना भी निराशा […]