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यूपी में भाजपा सरकार के मंत्री पर चढ़ा सत्ता का नशा, पत्रकार से की बदसलूकी : रवि शर्मा की ख़बर

Ravi Sharma
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यूपी में भाजपा सरकार के मंत्री पर चढ़ा सत्ता का नशा, पत्रकार से की बदसलूकी

मीडिया कर्मी पर भड़के यूपी के शिक्षा मंत्री और चैनल की माइक आईडी को मंत्री ने हाथ मारकर फेकने की कोशिश मंत्री का चढ़ता पारा देख कर उनके सुरक्षा कर्मियों ने भी मीडिया कर्मी को मंत्री के पास से दूर कर दिया जिसका बीडियो भी जमकर बायरल हो रहा है।

रविवार 14 अगस्त को फिरोजाबाद पहुंचे यूपी प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय पर सत्ता का नशा इस कदर चढ़ा कि उन्होंने जनपद फिरोजाबाद से इंडिया न्यूज चैनल के संवाददाता के साथ बदसलूकी करते की और अपने सुरक्षा कर्मियों से हड़कबा दिया। मीडिया कर्मी सौरभ उपाध्याय ने मंत्री जी से सिर्फ कुछ सवाल पूछने की कोशिश की इतने पर भड़के मंत्री जी ने मीडिया कर्मी को सत्ता की पूरी हनक दिखा दी और टीवी चैनल की माइक आईडी को फेंकने की कोशिश की।


बताते चलें कि आजादी के समय देश के हुए विभाजन को लेकर “विभाजन की विभीषिका 14 अगस्त” जुलूस नगर के सुभाष तिराहे से गांधी पार्क तक पैदल निकाला गया। जिसमें और अन्य कार्यक्रम में भाग लेने योगी सरकार के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय फिरोजाबाद पहुंचे थे। कार्यक्रम के बाद जब इंडिया न्यूज के जिला संवाददाता सौरभ उपाध्याय ने उनसे बात करना चाही तो वह आग बबूला हो गए। मानों कि उनकी शान में बड़ी गुस्ताखी कर दी। भड़कते हुए उन्होंने चैनल के माइक पर हाथ मार दिया उसे फेंकने की कोशिश की।

मौन जुलूस कार्यक्रम संपन्न होने के बाद मंत्री योगेंद्र उपाध्याय से सवाल पूछने पर मंत्री इस कदर बौखला गए बेकाबू होते हुए उन्होंने माइक पर हाथ मार दिया, रिपोर्टर से बोले आप हटाइए इसको. जब ऊपर से डायरेक्शन है तो सवाल क्यों कर रहे हैं। इस पूरे घटनाक्रम की लोगों ने जमकर निंदा की। सवाल यह है कि अनुशासन के लिए जानी जाने वाली पार्टी भारतीय जनता पार्टी की योगी सरकार के मंत्री का सार्वजनिक रूप से एक पत्रकार के प्रति इस तरह का गलत व्यवहार क्या दर्शाता है। क्या सत्ता का नशा मंत्री जी के सर के ऊपर इस कदर चढ़ गया है कि वह पत्रकारों के साथ भी अब बदसलूकी से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आम जनता ऐसे मंत्री से क्या उम्मीद कर सकती है। जो पत्रकारों से ही बत्तमीजी करे। जो भी हो पर सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को इस मामले को संज्ञान लेकर ऐसे मंत्री पर उचित कार्यवाही जरूर करनी चाहिए।