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यूक्रेन युद्ध के एक साल पूरे : पुतिन की अमेरिका, नेटो को धमकी : रिपोर्ट

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन युद्ध के साल भर पूरा होने के अवसर पर अपने देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं.

मॉस्को के गोस्टिनी डावर हॉल में हो रहे उनके संबोधन को सुनने के लिए कई मंत्री और अधिकारी मौजूद हैं. इस अवसर पर रूसी संसद के कई सदस्य भी मौजूद हैं.

व्लादिमीर पुतिन ने अपना संबोधन जैसे ही शुरू किया वैसे ही लोग उनके सम्मान में खड़े हो गए.

क्या कहा पुतिन ने-

यह वक़्त उनके देश के लिए जटिल और चुनौतीपूर्ण है. और इस दौरान यह दुनिया तेज़ी से बदल रही है.
ऐतिहासिक घटनाएं उनके देश का भविष्य तय करेंगी और हम सभी बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी से बंधे हैं.
यूक्रेन पर रूस का हमला ‘स्पेशल ऑपरेशन’ है. रूस लगातार नाज़ी ख़तरों से जूझ रहा था.
यूक्रेन की सरकार भी रूस के प्रति घृणा और ख़तरे को लगातार बढ़ावा दे रही थी.
यूक्रेन के लोग इंतज़ार कर रहे थे कि रूस आए और उसकी मदद करे.
रूस ने डोनबास क्षेत्र में चल रहे संघर्ष का शांतिपूर्ण हल निकालने की कोशिश की.
शांति बहाल करने के लिए पश्चिमी देशों का कमिटमेंट कुछ और नहीं बल्कि ‘धोखा’ और ‘बहुत बड़ा झूठ’ है.
यूक्रेन जैविक और परमाणु हथियार इकट्ठा करने की कोशिश कर रहा था. हम इस समस्या का शांतिपूर्ण हल निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
इस मुश्किल संघर्ष को ख़त्म करने के लिए हम शांतिपूर्ण तरीक़ा खोज रहे हैं, लेकिन हमारे पीठ पीछे बहुत अलग माहौल बना दिया गया है.
यूक्रेन और डोनबास का इलाका पूरे झूठ का प्रतीक बन चुका है.
पश्चिमी देश और यूक्रेन इस अभियान के लिए ज़िम्मेदार हैं.
वे चाहते हैं कि पूर्व की ओर सीधा आक्रमण करके प्रतिस्पर्द्धा ख़त्म कर दी जाए.
पश्चिमी देश चाहते हैं कि स्थानीय संघर्ष को वैश्विक संघर्ष में बदल दिया जाए.
पश्चिमी देश मूलभूत समझौते से पीछे हट गए और उन्होंने पाखंडपूर्ण बयान दिया.
वे नेटो गठबंधन का विस्तार करने में लगे रहे.

यूक्रेन युद्ध : बाइडन बनाम पुतिन, कौन क्या कह सकता है?

यूक्रेन युद्ध के एक साल पूरे हो रहे हैं.

इस मौक़े पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को अचानक यूक्रेन का दौरा किया.

बाइडन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से मुलाक़ात भी की थी.

अब मंगलवार को रूस और अमेरिका दोनों देशों के प्रमुख एक-दूसरे के बारे में प्रतिक्रियाएं दे सकते हैं.

मंगलवार को भारतीय समयानुसार दोपहर ढाई बजे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन देश को संबोधित करेंगे.

वहीं पौलेंड दौरे पर गए बाइडन भी भारतीय समयानुसार रात दस बजे भाषण दे सकते हैं.

बीबीसी की नॉर्थ अमेरिका एडिटर सारा स्मिथ के मुताबिक़, राष्ट्रपति बाइडन यूक्रेन युद्ध के बारे में बात करेंगे.

पुतिन ये बताने की कोशिश करेंगे कि एक साल की लड़ाई के दौरान कैसे लोकतंत्र का पलड़ा भारी रहा.

अमेरिका के कई पोल्स में बाइडन की रेटिंग घटी है, ऐसे में माना जा रहा है कि बाइडन का ये भाषण जितना यूक्रेम और पौलेंड के लोगों के लिए है उतना ही अमेरिकी नागरिकों के लिए भी होगा.

वहीं रूसी राष्ट्रपति बाइडन भी अपने संबोधन में यूक्रेन में चलाए जा रहे स्पेशल ऑपरेशन का ज़िक्र कर सकते हैं.

चूंकि ये देश के नाम संबोधन है, ऐसे में इस संबोधन में रूस की घरेलू मुद्दों पर भी पुतिन कुछ कह सकते हैं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन देश को संबोधित करेंगे

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन देश के नाम संबोधन करेंगे.

माना जा रहा है कि पुतिन यूक्रेन में चल रहे रूसी ऑपरेशन के बारे में बोल सकते हैं.

यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को एक साल पूरे हो रहे हैं. एक दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइ़डन ने यूक्रेन का अचानक दौरा किया था.

पुतिन अपने संबोधन में क्या कह सकते हैं, इस बारे में रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने जानकारी दी थी.

माना जा रहा है कि यूक्रेन में रूस के सैन्य ऑपरेशन की ताज़ा स्थिति क्या है, इस बारे में पुतिन बता सकते हैं.

इससे पहले पुतिन ने नए साल के मौक़े पर दिए जाने वाले सालाना संबोधन में रूसी लोगों को संबोधित किया था.

पुतिन ने इस संबोधन में रूस को हीरो और पश्चिमी देशों को विलेन की तरह पेश किया था.

पुतिन भारतीय समयानुसार दोपहर ढाई बजे देश को संबोधित करेंगे.