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युक्रेन युद्ध में अंतर्राष्ट्रीय सतह का विस्फोट होने जा रहा है, पुतीन और तुर्की ने दिए चौंकाने वाले बयान : रिपोर्ट

जहां एक तरफ़ युक्रेन युद्ध में तेज़ी आने के संकेत साफ़ नज़र आ रहे हैं वहीं रूस के राष्ट्रपति पुतीन ने एक बयान देकर यह विचार प्रबल कर दिया है कि रूस की नज़र में उसके ख़िलाफ़ बड़ी भयानक साज़िश रची गई है।

पुतीन ने कहा कि पश्चिमी ताक़तें रूस को विभाजित करना चाह रही हैं साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें 100 प्रतिशत यक़ीन है कि रूसी सेना अमरीकी पैट्रियट मिसाइलों को कामयाबी से ध्वस्त कर देगी।

पुतीन ने रविवार को टीवी पर प्रसारित होने वाले अपने इंटरव्यू में कहा कि सब कुछ हमारे जियो पोलिटिकल विरोधियों की नीतियों पर निर्भर है जो रूस के टुकड़े करना चाहते हैं। पुतीन ने कहा कि पश्चिमी ताक़तों की हमेशा यही कोशिश रही और इस समय भी वे यही कोशिश कर रहे हैं मगर हमारा लक्ष्य अलग है हम पूरे रूसी राष्ट्र को एकजुट करना चाहते हैं।

पुतीन का यह भी कहना था कि युद्ध सही दिशा में आगे बढ़ रहा है जबकि यूक्रेन की सरकार ने शांति वार्ता का हर अवसर गवांया।

यूक्रेन की यह स्थिति है कि एयर हाई एलर्ट का एलान किया गया है यह एलान तब किया जाता है जब रूस की तरफ़ से किसी बड़े हवाई हमले की संभावना होती है।

यूक्रेन का कहना है कि बेलारूस से मिलने वाली उसकी सीमा के क़रीब गतिविधियां नज़र आ रही हैं। देखने में आ रहा है कि बेलारूस की धरती से यूक्रेन की सीमा की तरफ़ टैंक और तोपों का कारवां बढ़ रहा है। यूक्रेन के अधिकारियों के बयानों से साफ़ ज़ाहिर है कि युद्ध की शिद्दत में कोई कमी आने के बजाए तेज़ी आ रही है।

रूस के विदेश उपमंत्री मिख़ाइल गालोज़ीन का कहना है कि बेलारूस से हमारा एलायंस युक्रेन युद्ध के लिए नहीं है। इस एलायंस का मक़सद बेलारूस की धरती पर होने वाले किसी भी संभावित हमले को रोकना है। इसीलिए बेलारूस को एस-400 की बैट्रीज़ दी गई हैं।

इस पूरे घटनाक्रम को देखते हुए तुर्की के रक्षा मंत्री ख़लूसी अकार ने कहा कि युक्रेन में जारी जंग आसानी से ख़त्म होती नज़र नहीं आ रही है। उनका कहना था कि युद्ध रोकने की तो बड़ी अपीलें की गई हैं और की जा रही हैं मगर लगता है कि वर्ष 2023 में भी यह जंग रुकने वाली नहीं है।

सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग अभी तो दो देशों के बीच की जंग नज़र आ रही है मगर हक़ीक़त यह है कि यह दो देशों की नहीं बहुत सारे देशों की जंग है। कुछ देश यह जंग छद्म रूप से लड़ रहे हैं। इस प्रकार के युद्ध की ख़तरनाक बात यह होती है कि इसमें कभी भी एक साथ कई देशों के कूद पड़ने की पूरी आशंका रहती है और प्राक्सी जंग प्रत्यक्ष जंग का रूप ले लेती है।

इस तरह की किसी भी स्थिति यूक्रेन और रूस ही नहीं और इस इलाके ही नहीं बल्कि दुनिया को प्रभावित करेगी जो कोविड महामारी के बाद पहले ही मंदी और कई तरह के संकटों की शिकार है।