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यह बदलाव नहीं बल्कि बदले का दौर है : सांसद संजय राउत

एनसीपी नेता और शरद पवार के भतीजे अजीत पवार के एकनाथ शिंदे मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने कहा है कि वो इसे राज्य की राजनीति में सियासी भूचाल के तौर पर नहीं देखते हैं.

उन्होंने कहा, “यदि आप मुझसे पूछें, तो मैं नहीं मानता कि ये भूचाल है. राजनीति में आने वाले समय में जो कुछ चीजें होनी थीं, वो हो चुकी हैं.”

“हमने देखा कि अजीत पवार के साथ उनके लोगों ने शपथ ली. इसका मतलब साफ है, मौजूदा सरकार अस्थिर है. 165 विधायकों के समर्थन के बाद भी उन्हें अजीत पवार और उनके 35 विधायकों की जरूरत है.”

Sanjay Raut
@rautsanjay61
महाराष्ट्राच्या राजकारणाचे साफ मातेरे करण्याचां विडा काही लोकांनी उचलला आहे.त्यांना त्यांच्या मार्गाने जाऊ द्या.
माझे आताच श्री.शरद पवार यांच्याशी बोलणे झाले.ते म्हणाले” मी खंबीर आहे.लोकांचा पाठिंबा आपल्याला आहे. उद्धव ठाकरें सह पुन्हा सर्व नव्याने उभे करू.”. होय,जनता हे खेळ फार काळ सहन करणार नाही.

NBT Hindi News
@NavbharatTimes

यह बदलाव नहीं बल्कि बदले का दौर है। एकनाथ शिंदे का चेहरा आपने देखा? अजीत पवार का कैबिनेट में प्रवेश होने का मतलब है एकनाथ शिंदे जा रहे हैं। अब एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे: सांसद संजय राउत (उद्धव ठाकरे गुट)

संजय राउत ने कहा, “एकनाथ शिंदे को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है उसके मुताबिक वह अयोग्य हैं. यह सरकार असंवैधानिक है. एकनाथ शिंदे समेत 16 विधायक और फिर अन्य विधायक अयोग्य ठहराए जाएंगे. इसीलिए उन्होंने अजित पवार को अपने साथ ले लिया है.”

एनसीपी नेताओं और बीजेपी के पुराने राजनीतिक रुख का जिक्र करते हुए संजय राउत ने कहा, “शपथ लेने वाले कई लोगों के खिलाफ बीजेपी ने अभियान चलाया था. सवाल ये है कि अब उनका बीजेपी क्या करेगी.”

एकनाथ शिंदे की राजनीति पर उन्होंने कहा, “लेकिन यह स्पष्ट है कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे और उनके विधायक भी अयोग्य ठहराए जाएंगे.”

अजीत पवार के शपथ ग्रहण के बाद एनसीपी नेता शरद पवार से अपनी बातचीत का जिक्र करते हुए संजय राउत ने बताया, “मेरी शरद पवार से बात हुई. वे मजबूत हैं. उन्होंने चर्चा की. उद्धव ठाकरे और शरद पवार से भी चर्चा हुई है. उद्धव ठाकरे, शरद पवार और कांग्रेस फिर खड़े होंगे.”