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दार्सनिक कुत्ता…मास्टर लड़की पर डोरे डाल रहा है…फिर छेदालाल ने सच जानने के लिए छुपकर…!!
Kavita Krishnapallavi =================== ( बेहद अँधेरे दिनों में भी हँसना ज़रूरी होता है I जीवन की विडम्बनाओं पर, त्रासदियों पर, अपने दुश्मनों पर, फ़ासिस्टों पर, नकली वामपंथियों पर, लिबलिब लिबरलों पर, कूपमंडूक “सद्गृहस्थों” पर दिल खोलकर हँसना चाहिए I हँसना ऊर्जस्वी और ताज़ादम बनाता है I इसलिए एकदम उन्मुक्तता और निर्मलचित्तता के साथ हँसना ज़रूरी […]
“पड़ोसन का नीला दुपट्टा”
Ashraf Azmi =============== “पड़ोसन का नीला दुपट्टा” !* मोहल्ले में नयी बहुत ही खूबसूरत और जवान पड़ोसन रहने आई । पड़ोसन ने धीरे धीरे मोहल्ले के घरों में आना जाना शुरू किया। एक दिन वह पड़ोसन सब्ज़ी वाले की दुकान पर शर्मा जी को मिली। उसने खुद आगे बढ़कर शर्मा जी को नमस्ते किया, शर्मा […]
राम शिरोमणि उपाध्याय की एक ग़ज़ल और एक गीत!
Ram Shiroman Upadhyay =========== ग़ज़ल याद अपनी दिला कर चली गई पगली, दिल में अरमां जगा कर चली गई पगली। सर झुकाना हर समय अच्छा नहीं होता, मुझको यह बात बता कर चली गई पगली यहां अपनी मुसीबत आप ही सहनी पड़ती, हुनर जीने का सीखा कर चली गई पगली। मोहताज ज़िंदगी में किसी का […]