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यमन की सिर्फ़ एक धमकी से अमरीका और उसके घटक, गठबंधन बनाने में जुटे!

टास्क फोर्स के गठन पर होने वाले ख़र्च को लेकर पेंटागन की बढ़ी चिंता

अंसारुल्ला का कहना है कि टास्क फोर्स का गठन करने से अमरीका की इच्छा, ग़ज़्ज़ा पर इस्राईल के हमलों को जारी रखना है।

यमन की सिर्फ एक धमकी से अमरीका और उसके घटक, गठबंधन बनाने में जुटे

संयुक्त राज्य अमरीका, यमन पर संभावित हमलों के लिए अपने घटकों से विचार-विमर्श कर रहा है। एक अमरीकी टीवी चैनेल ने बुधवार की सुबह रिपोर्ट दी है कि वाशिग्टन और उसके घटक, यमन की सेना पर संभावित कार्यवाही के लिए गहन समीक्षा कर रहे हैं।

कुछ जानकार सूत्रों के हवाले से ब्लोमबर्ग ने बताया है कि पेंटागन, यमन की सेना के विरुद्ध कोई त्वरित कार्यवाही करने की सोच रहा है। बताया गया है कि यमन की सशस्त्र सेना की क्षमता को निष्क्रिय करने के लिए अमरीका की ओर से कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है।

इसी बीच पोलिटिको पत्रिका की वेबसाइट पर मौजूद एक रिपोर्ट में यह बताया गया है कि पेंटागन, इस कार्यक्रम पर ख़र्च होने वाले भारी ख़र्चे को लेकर बहुत चिंतित है।

इससे पहले अमरीकी रक्षामंत्री लायड आस्टेन के हवाले से मंगलवार को बताया गया था कि लाल सागर में ज़ायोनी जहाज़ों पर यमन की सेना के हमलों का मुक़ाबला करने के लिए 10 देशों का एक गठबंधन तैयार किया जा रहा है।

उधर यमन के असांरुल्ला आन्दोलन ने अमरीका और पश्चिम देशों को चेतावनी दी है कि यमन पर हमला, क्षेत्रीय या अन्तर्राष्ट्रीय युद्ध में बदल जाएगा जिसके विनाशकारी परिणाम सोच से परे होंगे।

ज्ञात रहे कि फ़िलिस्तीनियों का समर्थन करते हुए यमन की सेना ने लाल सागर में इस्राईली जहाज़ या इस्राईल की ओर जाने वाले जहाज़ों पर उस समय तक हमले जारी रखने का फैसला लिया है जबकि ग़ज़्ज़ा युद्ध को रोका नहीं जाता।