सहारनपुरः आयोध्या राम मंदिर के साथ साथ हिंदू राष्ट्र के मुद्दे ने भी काफी तूल पकड़ी हुई है। इस मुद्दे पर कोई ना कोई अपनी राय दे रहा है। जिसके चलते मामला और गरमाता जा रहा है। इसी कड़ी में जहां हिंदू संगठन अपनी एक अलग सोच को लेकर चर्चा में रहते हैं तो वहीं, दूसरी ओर इस्लामिक संगठन इनका विरोध करने से पीछे नहीं हट रहे हैं।
दरअसल, जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी देवबंद के एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने कहा कि दुनिया के नक्शे में पहले नेपाल हिन्दू राष्ट्र था, लेकिन वो भी अब वैसा नहीं रहा ऐसे में हिन्दुस्तान को हिन्दू राष्ट्र बनाने का दावा करने वाले लोगों के सपने कैसे पूरे हो सकते हैं।
मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि फिरकापरस्त ताकतों की मुल्क को हिन्दू राष्ट्र बनाने की साजिशों को देश के लोग किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि कुछ अरसे से मजहब के नाम पर लोगों को बांटने की साजिश हो रही है।
उन्होंने कहा कि फिरकापरस्ती का नंगा नाच हो रहा है। गोकशी और झूठे इल्जाम के तहत मुसलमानों और दलितों का शोषण किया जा रहा है। जंग-ए-आजादी में अहम रोल अदा करने वाले मदरसों को निशाना बनाया जा रहा है।
सत्ता में बैठे लोग मुसलमानों को पाकिस्तान भेजने की धमकियां दे रहे हैं। देश के सेकुलरिज्म और संविधान पर यकीन रखने वाले लोगों को सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ एकजुट होना चाहिए