धर्मेन्द्र सोनी
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मोहकमपुरा सहित पुरे बांसवाड़ा जिले में मनसा वूत का हुआ श्री गणेश, चार माह तक हर सोमवार को करेगे भोलेनाथ की पूजा अर्चना, राजस्थान के बांसवाड़ा जिले को लोडी काशी यानी लघु काशी भी कहा जाता है, यहां शक्ति पीठ मां त्रिपुरा सुंदरी का मंदिर भी हैं वहीं छीछ गांव में भ्रमा जी का मंदिर तो बड़ोदिया की पवित्र भूमि पर ऊंचे पहाड़ पर नंदनी माता वहीं घोटीया आंबा में पांच पड्वो सहित महादेव का मठ्ठ मंदिर तो सज्जनगढ़ में मठ्ठ मंगलेश्वर कुशलगढ़ में नागनाथ मंदिर मगरी माता मंदिर वहीं छोटी सरवा में पंच दश नाम जुना अखाड़ा द्वारा सर्वेश्वर महादेव मंदिर,तो मध्यप्रदेश राजस्थान की सिमा पर शक्ति पीठ सरोना में माता रानी चौंसठ जौगनिया का पवित्र दर्शनीय स्थल, यहां सभी त्योहारों पर अलग-अलग भक्ति के पर्व बड़े धूम-धाम से मनाए जाते हैं इस वागड़ अंचल में मनसा वूत का भी खासा महत्व है, यह मनसा वूत श्रावण मास की दुसरे पक्ष में चतुर्थी तिथि से प्रारंभ होता है भोले बाबा के भक्त चतुर्थी के दिन पेसा सुपारी, कच्चे सुत का धागे मे गिठान लगाकर इन सबकी विधि विधान से पूजन करते हैं वहीं मनसा वूत की पुस्तक मे लिखी कथा भी श्रवण करते भोलेनाथ पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं,