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मोदी जी ने जो शर्मनाक बयान दिया है उस पर आस मोहम्मद क़ैफ़ का एक गंभीर अनुभव है…आप पढ़ लीजिए!

आसमोहम्मद कैफ़ । Aas mohd kaif 🇮🇳
@journoaas
मोदी जी ने आज जो शर्मनाक बयान दिया है उसपर मेरा एक गंभीर अनुभव है…आप इसे पढ़ लीजिएगा।

2014 की बात है। मोदी जी के चुनाव जीतने के बाद मैं अपनी अम्मी के गांव गया था। यह गांव बुढ़ाना विधानसभा में है और जाट बहुल है।
मेरी एक पारिवारिक भाभी ने मुझसे कहा कि ‘आशु तुम पत्रकार हो , एक बात बताओ अब यहां पूरे गांव में चर्चा है कि हमें (मुसलमानों को) को गांव से निकाल दिया जाएगा। हमारे घर ये छीन लेंगे। हमारी ज़मीन और दौलत सब यह छीन लेंगे। महिलाओं के साथ भी बेहुरमती होगी, क्या यह सच है। मैं इस बात को पहले भी सुन चुका था। मुजफ्फरनगर में 2013 दंगो के बाद मुसलमानों के गांव छोड़कर आने के बाद यह चर्चा और भी अधिक फैल गई थी। मुसलमानों में डर का माहौल था। मैंने भाभी से कहा कि ऐसा संभव ही नही है। पहली बात तो यह देश के कानून में ही नही है,दूसरी बात यह है कि अगर कोई आपको नुकसान पहुंचाने आएगा तो उसी समाज से चार लोग आपको बचाने आएंगे और तीसरी और सबसे अहम बात चुनाव में कही बात सच नही होती ! यह पूरी तरह से झूठी और कोरी बकवास है। तुम मौज करो ! किसी को कुछ नही होगा ! 10 साल हो गए, एक भी मुसलमान पाकिस्तान नही भेजा गया। मोदी जी का आज का बयान भी ऐसा ही है। 10 साल पहले जनता को मोदी जी पर भरोसा था, अब जनता उन्हें परख चुकी है। जनता अब हर अंजुमन की हकीकत जानती हैं। मोदी जी आज का बयान चुनावी माहौल बनाने के लिए दिया गया झूठा और शर्मनाक बयान है हालांकि इसमें कोई सच्चाई नही है।


आसमोहम्मद कैफ़ । Aas mohd kaif 🇮🇳
@journoaas
बहुत सारे मित्रगण यह जानने के लिए उत्सुक है कि आखिर ऐसा क्या हुआ है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहले चरण के मतदान के बाद विपक्ष इतना अधिक उत्साही है, पत्रकारों में चर्चा का जोर है। आज हम आपकों इस सवाल का जवाब देने की कोशिश करते हैं।

तो कहानी यह है 3 महीने पहले तक भाजपा का पूरा भयंकर वाला असर था। राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद ऐसा माहौल था कि हर #2014 रिपीट होने की बात कर रहा था। 400 पार का शोर भी था। विपक्ष ने हथियार डाल दिए थे। राहुल गांधी को छोड़कर कोई भी नेता खुल नही बोल रहा था। अखिलेश यादव तो अपने खास लोगों के सामने यह कहते थे कि चुनाव बहुत कठिन है, उनका आत्मविश्वास डांवाडोल था। बात उत्तर प्रदेश की है तो ऐसा लग रहा था कि 75 सीटें भाजपा सीट जीत सकती है। पत्रकार नही, सपा और बसपा के नेता यह मान रहे थे। अभी की बात है बसपा को गठबंधन में शामिल कराने की आखिरी समय तक जनता चाहती थी। बसपा नही आई और रालोद एनडीए में चली गई तो लगा कि अब चुनाव ही क्यों हो रहा है ! उसके बाद अखिलेश यादव ने अंजान और कमज़ोर चेहरे को टिकट दे दिया तो बिल्कुल ही विपक्ष वालों की हिम्मत टूट गई।

खुद मेरा मानना यह था कि #भाजपा मुजफ्फरनगर 3 लाख से, सहारनपुर डेढ़ लाख से, कैराना 2 लाख से और बागपत ढाई लाख से जीत जाएगी ! यहां तक कि बिजनौर , मुरादाबाद, रामपुर और संभल भी भाजपा जीतेगी। मगर आप जरा इस कयास पर फिर सोचकर देखिए …असंभव दिखता है। सब कुछ बदल गया है, इन सभी सीटों पर कोई भी जीते मगर अंतर 50 हजार से ज्यादा रहने वाला नही है। लड़ाई तगड़ी है, पहली आठ सीटों में से 4 सीटें कम से कम इंडिया गठबंधन जीत रहा है, 4 एनडीए ,लड़ाई कांटे की दिखती है। यह नई बात । चुनाव साम्प्रदायिक नही है, मुसलमान #हिन्दू को वोट दे रहा है। हिन्दू #मुसलमान को।

मायावती का किरदार इस सबके बीच सबसे बड़ा है, उन्होंने चुनाव में जान फूंक दी है। चुनाव जातीय प्रतिनिधित्व के मुद्दे पर हो रहा है। तमाम हिंदू जातियों में भी संसद में प्रतिनिधित्व को लेकर सवाल है। बस चुनाव बदल गया है और यह नयापन है। साम्प्रदायिकता की राजनीति ने इस बार दम तोड़ दिया है। एक और बात जनता यह चुनाव खुद लड़ रही है। अखिलेश यादव यह बात बिल्कुल सही कह रहे हैं किसी नेता की कोई जरूरत नही है। स्थानीय मुद्दों पर चुनाव हो रहा है।

आसमोहम्मद कैफ़ । Aas mohd kaif 🇮🇳
@journoaas
सपा प्रत्याशी मेरठ -हापुड़ सुनीता वर्मा का चुनाव बिगड़ गया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बेहद उम्मीद के साथ एक अच्छा प्रयोग करते हुए सामान्य सीट से पूर्व विधायक योगेश वर्मा की पत्नी को यहां प्रत्याशी बनाया था। समाजवादी पार्टी के तमाम नेता यहां अभी भी गुटबाजी में उलझे है। मेरठ में अखिलेश यादव की सभा के दौरान मंच पर तो नेताओं की भरमार थी मगर कार्यकर्ता नदारद थे। बमुश्किल 5 हजार लोग जुट पाए, अखिलेश जी ने यहां अतुल प्रधान की चूड़ी भी कसी ! बैलेंस करने के लिए बाद में साथ भी ले गए ! मगर दोषी सभी है,अकेले अतुल प्रधान नही। मेरठ बीजेपी के खाते में जोड़ लीजियेगा। गुटबाजी हरा देगी।

डिस्क्लेमर : लेखक के निजी विचार हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं है