नई दिल्ली: मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों के चुनाव लोकसभा चुनाव का सेमीफाईनल समझे जारहे हैं,और इसी लिये बीजेपी और काँग्रेस ऐड़ी चोटी के ज़ोर लगा रही हैं,चुनाव से पहले जहां कॉंग्रेस आक्रमक रूप में दिखाई देरही है वहीं बीजेपी ने अपनी सक्रियता और बढ़ा दी है।
भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज महारैली थी उससे पहले ही एक होर्डिंग फ्लेक्स पर किसी अज्ञात ने कालिख पोत दी जिसमें नरेंद्र मोदी ,अमित शाह,और राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फोटो थे।
सोमवार (24 सितंबर) की रात कार्यक्रमस्थल पर कुछ अज्ञात लोग आए थे, जिन्होंने उन सभी की तस्वीरों पर कालिख पोती। यह शरारत किसकी है, यह तो अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। मगर मामला पुुलिस के पास जरूर पहुंच गया है।
Ahead of #ModiShahMegaRally, posters of PM Modi, CM Chouhan, BJP President Amit Shah, and other BJP leaders were defaced in Bhopal pic.twitter.com/mXii2uYIB8
— TIMES NOW (@TimesNow) September 25, 2018
सुबह कार्यक्रम की तैयारियों के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं की पोस्टर पर नजर पड़ी, तो वे हैरान रह गए। आनन-फानन पुलिस बुलाई गई। शिकायत पर पुलिस अधिकारी जांच पड़ताल कर रहे हैं। रैली से पहले छेड़े गए वे ऐसे और पोस्टर तलाश रहे हैं। साथ ही आरोपियों की तलाश में जुटे हैं। वहीं, बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। पीएम मोदी व सीएम शिवराज के कालिख पुते पोस्टर उन्हें जहां भी मिले, उन्होंने तत्काल उन्हें वहां से हटाया।
आपको बता दें कि इस साल के अंत में चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिनमें मध्य प्रदेश भी शामिल है। बीजेपी उसी क्रम में यहां की राजधानी में बीजेपी का महाकुंभ आयोजित हुआ। पीएम मोदी और अमित शाह ने यहां से चुनावी बिगुल फूंका। पार्टी का दावा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा कार्यकर्ता सम्मेलन होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस कार्यक्रम में तकरीबन 10 लाख बीजेपी कार्यकर्ता जुटने का अनुमान है। कार्यक्रमस्थल के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजामात भी किए गए, जिसके अंतर्गत छह हजार सुरक्षाकर्मी तैनात रहे। कार्यक्रम के लिए वहां 45 से अधिक एलईडी स्क्रीन्स भी लगाई गई हैं, जबकि पांच हेलीपैड और पार्किंग के लिए पांच अलग-अलग जगहों पर मैदान किराए पर लिए गए।
बीजेपी के महाकुंभ में समूचे देश से बीजेपी के कार्यकर्ताओं के आने की संभावना है। रिपोर्ट्स के अनुसार, भोपाल तक कार्यकर्ताओं को लाने के लिए नौ स्पेशल ट्रेनें बुक कराई गई हैं। वहीं, 12 हजार बसें और नौ हजार निजी वाहन लगाए गए।