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मोदी-अडानी भाई-भाई : जयराम रमेश ने पार्टी के HAHK (हम अदानी के हैं कौन) शृंखला के तहत प्रधानमंत्री मोदी से आज फिर तीन सवाल किए!

कांग्रेस ने गुरुवार को आरोप लगाया कि एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) अदानी ग्रुप के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने में विफल रहा है. कांग्रेस पार्टी ने पूछा कि क्या बाज़ार नियामक सेबी पर अदानी ग्रुप को लेकर कुछ न करने का दबाव था?

कांग्रेस के संचार मामलों के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने पार्टी के HAHK (हम अदानी के हैं कौन) शृंखला के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज फिर तीन सवाल किए.

फ़्रॉड के आरोपों के बाद अदानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर तेज़ी से गिरे हैं. ऐसे में कांग्रेस सरकार को निशाना बनाने के लिए लगातार सवाल कर रही है.

जयराम रमेश ने ट्वीट किया, “ये है एचएएचके (हम अदानी के हैं कौन)-5, पीएम से संबंधित अदानी महामेगास्कैम को लेकर प्रधानमंत्री से सवालों की पांचवीं सिरीज़.”

जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि भारतीय पूंजी बाज़ार की रक्षा करने में सेबी जैसे बाज़ार नियामक ‘विफल’ रहे हैं और इससे उनकी छवि ‘धूमिल’ हुई है. इसने भारत के वित्तीय बाज़ार की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए हैं.

अमेरिकी शार्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अरबपति गौतम अदानी की कंपनियों पर जो आरोपों लगाए हैं, उनकी जांच के लिए विपक्ष संयुक्त संसदीय समिति (JPC) गठित करने या सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच बैठाए जाने की मांगें लगातारकर रहा है.

इन आरोपों की वजह से कंपनी के शेयर काफ़ी गिर गए हैं और अदानी की बाज़ार पूंजी भी क़रीब आधी हो गई है. अदानी खु़द दुनिया के शीर्ष 20 पूंजीपतियों की सूची से बाहर हो गए हैं.

इससे पहले गुरुवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब देते हुए कांग्रेस पर करारा हमला किया था. जबकि लोकसभा में राहुल गांधी ने बुधवार को अदानी और नरेंद्र मोदी के रिश्तों पर तंज़ करते हुए सरकार से जवाब मांगा था.

बाद में कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाए कि राहुल गांधी के भाषण में अदानी और मोदी के रिश्ते वाली बात को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है. अदानी ग्रुप ने इन आरोपों का ज़ोरदार खंडन किया है.

तीन सवाल? 1- 24 जनवरी से 6 फ़रवरी के बीच अदानी ग्रुप की क़ीमत में 9,50,000 करोड़ रुपये की कमी आई. इतने बड़े पैमाने पर खुदरा बचतों के ख़त्म होने पर सेबी को कब ज़िम्मेदार ठहराया जाएगा.