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सृष्टि का भावी पिता——अशोक साहनी की रचना पढ़िये!
Ashok Sahni Jalandhar, India ============== *************** सृष्टि का भावी पिता——( अशोक साहनी ) **************** ठोस है रात मगर इसको क्या कहूँ तीरगी बनके फ़सानों से धुँआँ उठता है इस्पात से अल्फ़ाज़ कुठाली में जल्द अज़ जल्द ढल जाने को ललायित हैं तड़फड़ाती हुई ज़िन्दगी के बेतरतीब साँचे में जगह पाने को ********************* कसमसाते हुए दिल […]
नए मेहमान के सवाल…By-Tajinder Singh
Tajinder Singh ============= नए मेहमान के सवाल… किसी जमाने में मेहमानों का स्वागत मै बहुत उत्साह से किया करता था | पर अब वैसी कोई बात नहीं रही | शायद बढती उम्र और अक्ल ने बच्चों वाले उत्साह को कम कर दिया है या अब मेहमान भी वैसे नहीं रहे, जिनका उत्साह से स्वागत किया […]
हमें मर्यादा सिखाने वालो तुम अपनी मर्यादा क्यों भूल जाते हो….!!लक्ष्मी सिन्हा लेख!!
Laxmi Sinha ============ यहा किसी से भी उम्मीदें वफा मत कर….!! ए मेरे दिल….!! समझ ले के ये दौर पत्थरों का है….!! एक स्त्री के योनि से जन्म लेने के बाद उसके वक्षस्थल से निकले दूध से अपनी भूख, प्यास मिटाने वाला इंसान बड़ा होते औरतों से इन्ही दो अंको की चाहत रखता है, और […]