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हिन्दू पुरुष संसार का सबसे निरीह प्राणी है……”थैला दे दो मुझे, सब्ज़ी ले आऊं”……
Brijesh Chaturvedi ============= इन 60-65 साल के अंकल आंटी का झगड़ा ही ख़त्म नहीं होता….. . एक बार के लिए मैंने सोचा अंकल और आंटी से बात करू क्यों लड़ते हैं, हर वक़्त आख़िर बात क्या है….. . फिर सोचा मुझे क्या मैं तो यहाँ दो दिन के लिए आया हूँ ….. . मगर थोड़ी […]
समकालीन कविता के सशक्त कवि केदारनाथ सिंह…इनकी एक कविता…”वसीयत”
जयचंद प्रजापति ========= समकालीन कविता के सशक्त कवि केदारनाथ सिंह …………. समकालीन कविता के सशक्त कवि केदारनाथ का जन्म बलिया के चकिया गांव में 07 जुलाई 1934 में हुआ था। क्षत्रिय परिवार से ताल्लुक था। काशी हिंदू विश्वविद्यालय से 1956 में हिंदी से एमए किया और 1964 में पीएचडी भी कर लिए।दिल्ली में इनका निधन […]
”चुप में जो सुख है वो सबसे कीमती है”….मृत्यु के क्षण में लोग तड़पते क्यों हैं?
तृप्त …🖤 @yaduvanshi32 🔥मृत्यु के क्षण में लोग तड़फते क्यों हैं? ➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖ तुमने किसी पक्षी को मरते देखा ? ऐसे सरल, ऐसे सहज, चुपचाप विदा हो जाता है! पंख भी नहीं फड़फड़ाता। शोरगुल भी नहीं मचाता। पक्षी तो इतने चुपचाप विदा हो जाते हैं, इतनी सरलता से विदा हो जाते हैं! ज़रा नोच-खचोंट नहीं। ज़रा […]