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“अनोखा हनीमून….?
Karuna Rani ============== “अनोखा हनीमून….? रमेश जी के सबसे छोटे बेटे मोहन का विवाह धूमधाम से सम्पन्न हो गया था…..रमेशबाबू और सुशीला देवी को चार संताने थी….तीन बेटियां और चौथे में सबसे छोटा पुत्र मोहन…. रमेश बाबू जब करीब तीस वर्ष पूर्व इस शहर आये थे तो उन्होंने सड़क किनारे साप्ताहिक बाज़ार में रेडीमेड कपड़े […]
जो पूरे ना हो सके वो ख़ाब….डॉ. विजया सिंह की रचनायें पढ़िये!
Dr.vijayasingh Alwar, India, Rajasthan Dr.vijayrani1@gmail.com ============== जो पूरे ना हो सके वो ख्वाब उनका टूट जाना ही अच्छा जो ना बन सके कभी अपने उनका रूठ जाना ही अच्छा यूँ तो सफर कटता नहीं अकेले मगर बेवफा सनम से तन्हाई का आलम ही अच्छा चिरागों की रोशनी से ख़फ़ा तो नहीं मैं मगर उनकी बेतुकी […]
#तानाशाही….आपका बेटा क्या सीखता होगा इस माहौल से?
#तानाशाही इतनी सुबह कौन आ गया… मैंने झुंझलाते हुए दरवाज़ा खोला. पड़ोस में रहनेवाली सीमा अपनी 6 साल की बेटी के साथ आई थी. “आओ, अंदर आओ…” मैं मुस्कुरा दी. “दरअसल आपसे एक काम था, मैं मायके जा रही हूं तीन दिनों के लिए… मेरे हसबैंड आते हैं 8 बजे और खाना बनानेवाली आएगी 6 […]