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मुस्लिम बस ड्राईवर का बेटा बना ब्रिटिश सरकार में नया ग्रहमंत्री-दुनियाभर से मिल रही हैं मुबारकबाद

लंदन: गोरे आंग्रेज़ों के देश इंग्लैंड में अपने परिवार का पेट पालने के लिये बस चलाने आये पाकिस्तानी अब्दुल ग़नी जावेद ने कभी सोचा भी न होगा कि इस देश मे उन्हें इतना सम्मान और नाम मिलेगा,अब्दुल ग़नी ने संघर्ष करके अपने बेटों को उच्च शिक्षा दिलाई और यूरोप की टॉप युनिवेर्सटी से पढ़ाई पूरी कराई।

साजिद जावेद ने सामाजिक कार्यों में रुचि रखते हुए पहली बार 2010 में ब्रॉम्सग्रोव से साँसद चुने गए और सरकार में कई एहम ज़िम्मेदारियों को बखूबी अंजाम दिया और तीन अलग अलग विभागों के मंत्रालय भी सँभाले,स्थानीय सरकार एवं आवासीय मंत्री के कैबिनेट पद से पदोन्नत करके नई जिम्मेदारी दी गई है।

पाकिस्तानी मूल के मुस्लिम सांसद साजिद जावेद को ब्रिटेन का नया गृह मंत्री नियुक्त किया गया है टेरीजा मे कैबिनेट से अंबर रड के इस्तीफे के बाद साजिद नये ग्रह मंत्री हैं।

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, जावेद ने कम्प्रेसिव स्कूल और एक्सटर यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और गृह मंत्री के पद पर पहुंचने वाले पहले अश्वेत, एशियाई और अल्पसंख्यक नेता हैं. जावेद का सियासी सफर काफी शानदार रहा है. जनवरी 2015 में उन्हें ब्रिटिश मुस्लिम समुदाय की तरफ से पॉलिटीशन ऑफ द इयर का अवार्ड दिया गया था. वहीं नवंबर 2017 में जावेद को पैचवर्क फाउंडेशन की तरफ कंजर्वेटिव एमपी ऑफ द इयर सम्मान से नवाजा गया।

डाउनिंग स्ट्रीट ने एक बयान में कहा कि महारानी ने साजिद जावेद, सांसद को गृह विभाग का मंत्री नियुक्त करने की मंजूरी दी. उनकी नियुक्ति को तथाकथित ‘विंडरश’ प्रकरण से पैदा स्थिति से निपटने के तरीके के रूप में देखा जा रहा है. यह प्रकरण नागरिकता संबंधी दस्तावेजों की कमी को लेकर जमैका से आए राष्ट्रमंडल नागरिकों से अनुचित व्यवहार को प्रकाश में लेकर लाया था।

जावेद ने ‘द संडे टेलीग्राफ’ में लिखा, ‘जब मैंने कुछ विषयों के बारे में सुनना और पढ़ना शुरू किया तो मैं सच में चिंता में था. इसने मुझ पर तुरंत प्रभाव छोड़ा. मैं दूसरी पीढ़ी का प्रवासी हूं. मेरे माता-पिता विंडरश पीढ़ी की तरह इस देश में आए थे.’ जावेद को गृह मंत्रालय का जिम्मा अंबर रड के इस्तीफे के बाद सौंपा गया।

रड ने यह कहते हुए अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था कि उन्होंने निर्वासन लक्ष्यों की सचाई को लेकर संसद को ‘अनजाने में गुमराह’ किया है. अधिकारिक पत्र में उन्होंने लिखा है, ‘बहुत खेद के साथ मैं गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे रही हूं.’ अंबर ने कहा, ‘मैं समझती हूं कि यह करना आवश्यक है, क्योंकि मैंने गृह मंत्रालय की प्रवर समिति को विंडरश मुद्दे पर पूछताछ के दौरान अवैध प्रवासियों को हटाये जाने के मामले में मैंने अनजाने में उन्हें गुमराह किया।