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मुससोलिनी का फासिस्टवाद और द्वितीय विश्वयुद्ध के जख्म : कहानी रोम की है जो इटली की राजधानी!

Kranti Kumar
@KraantiKumar
1870 में इटली साम्रज्य की सेना ने रोम पर कब्ज़ा कर पापासी (चर्च की सत्ता) को वेटिकन सिटी तक सीमित कर दिया.

वेटिकन सिटी 1870 में अस्तित्व में आया. उससे पहले रोम शहर और इटली के 30% हिस्से पर पापासी सत्ता थी जिसे “स्टेट ऑफ चर्च” कहा जाता था जिसके सुप्रीम कमांडर रोमन कैथोलिक चर्च के पोप होते थे.

आज कहानी रोम की जो इटली की राजधानी है और जिसकी आबादी 45 लाख है जो इटली का सबसे बड़ा शहर और यूरोप का तीसरा सबसे बड़ा शहर है. लेकिन हज़ारों साल पहले पाषाण युग में रोम की आबादी कुछ सौ थी.

आज जिस स्थान पर रोम है वहां इंसानी बसाहट 14,000 वर्ष पहले हुई थी. पुरातत्व सर्वेक्षण के अनुसार पाषाण युग में इंसानी बसाहट के सबूत मिलते हैं. मिट्टी के बर्तन, पत्थर के हथियार और हड्डियों से बने औजार मिले हैं जो 10,000 वर्ष से भी प्राचीन हैं.

रोम के पालाटाईन पहाड़ों पर चरवाहों ने स्थायी बस्ती बसाई और उसके बाद बसे कई गांवों को मिलाकर रोम को राजा रोमुलस ने 750 BC के आसपास रोम को बसाया था. लेकिन ऐसी मान्यता है कोई ठोस प्रमाण नही है.

फिर भी पुरातत्व सर्वेक्षण कहता है आज का रोम 750 BC के आसपास अस्तित्व में आया.

रोमन रिपब्लिक और रोमन साम्राज्य की राजधानी बनने के बाद रोम शहर ने बेतहाशा वृद्धि और विकास किया.

रोम सत्ता और धन का केंद्र बन गया. इटली के प्रचीन धर्म पुरोहितों का भी रोम था, कुलीन वर्ग और शासकों का रोम बसेरा था और मेहनत मजदूरी करने वालों के लिए भी रोम आकर्षण का केंद्र था. सत्ता प्रतिष्ठान हासिल करने वाले गुलामों को भी रोम सहारा दिया.

मध्यकाल शुरुआती दौर में रोमन साम्राज्य कमजोर होकर धराशायी हो गया और रोम शहर रोमन कैथोलिक चर्च के अधीन हो गया. रोम में पोप और पुरोहितों ने धर्म सत्ता की नींव रखी जिसे पापासी या स्टेट ऑफ चर्च कहा गया.

चर्च ने धीरे धीरे 30% इटली पर अपना शासन स्थापित कर लिया. लेकिन अपने आदेशों और उपदेशों से पूरे यूरोप में भय और आतंक मचाया.

चर्च टैक्स वसूलते, धर्म के खिलाफ बोलने वालों को सज़ा देते, बाइबिल का अपमान करने को ज़िंदा जलाते, ईशनिंदा के तहत लाखों प्रोटेस्टेंट को ज़िंदा जलाया.

विधवाओं की संपत्ति हड़पने के लिए चर्च ने डायन का हौआ खड़ा किया. डायन कानून के तहत चर्च ने लाखों महिलाओं को यूरोप में दहन कर उनकी संपत्ति पर कब्ज़ा किया.

यूरोप में संस्कृति बदलाव की मुहिम रोम से शुरू हुई. मध्यकालीन युग से यूरोप आधुनिकता की ओर बढ़ने लगा जिसकी शुरुआत रोम शहर से हुई.

1870 में इटली की सेना ने रोम पर कब्ज़ा किया. और धर्मशासित पापासी सत्ता को उखाड़ फेंका. पोप ने खुद को वेटिकन सिटी का बंदी घोषित किया. इटली की राजधानी को फ्लोरेंस से रोम में शिफ्ट किया गया.

आधुनिक युग के शासकों ने पोप और चर्च पर दया खाकर उन्हें रोम शहर के भीतर एक छोटा सा हिस्सा सौंप दिया जिसे वेटिकन सिटी कहा गया, जिसे एक स्वतंत्र मुल्क का दर्जा है जिनसकी आबादी 1000 है.

प्रथम विश्वयुद्ध, बेनितो मुससोलिनी का फासिस्टवाद और द्वितीय विश्वयुद्ध के जख्मों को झेलते हुए आज भी रोम शहर जगमगा रहा है.