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मुसलमान से हिन्दू बनने वाले परिवार की घर वापसी के लिये उलेमा की कोशिशें तेज़- देखिए क्या कहा ?

नई दिल्ली: बागपत के थाना छपरौली के क्षेत्र बदरखां में पुलिस की कार्यवाही से क्षुब्ध होकर एक मुस्लिम परिवार के 13 लोगों ने धर्म परिवर्तन किया है,जिसके बाद पूरे भारत में रोष फैल गया है,उलेमा और मिल्ली जमातों के ज़िम्मेदारों ने नाराज़गी जताई है और इस पर नाराज़गी ज़ाहिर करी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बदरखा गांव के गुलहसन की मौत के मामले में इंसाफ न मिलने से नाराज मुस्लिम परिवार द्वारा धर्म परिवर्तन करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस अभी तक युवक की मौत के रहस्य से पर्दा नहीं उठा पाई है। वहीं शहर में मुस्लिम समाज के उलेमाओं ने गोपनीय बैठक कर परिवार को वापस धर्म में लाने का निर्णय लिया है। इस मामले में लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है।

खुब्बीपुर निवाड़ा में 22 जुलाई को बदरखा गांव निवासी गुलहसन का शव फांसी पर लटका मिला था। परिजनों ने चार युवकों को नामजद कराते हुए कोर्ट के आदेश पर हत्या की धाराओं में कोतवाली पर मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस आत्महत्या की बात कह रही है। बेटे की मौत के मामले में इंसाफ न मिलने के कारण बदरखा गांव निवासी अख्तर अली के परिवार के 13 सदस्यों ने प्राचीन शिव मंदिर में हिंदू धर्म अपना लिया था।

वहीं गत बृहस्पतिवार को निवाड़ा गांव में ग्रामीणों ने पंचायत कर मृतक के परिजनों को मौत का जिम्मेदार ठहराया था। इतना ही नहीं युवा हिंदू वाहिनी भारत के पदाधिकारियों पर लालच देकर परिवार का धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया था। इसे लेकर दोनों पक्षों में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। पुलिस अभी तक मौत के रहस्य से पर्दा नहीं उठा पाई है। पुलिस आगरा से पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के इंतजार कर रही है।

यह मामला दिन प्रतिदिन तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार को बागपत के एक मोहल्ले में मुस्लिम समाज के उलेमाओं ने गोपनीय बैठक कर धर्म परिवर्तन करने वाले अख्तर अली के परिवार को वापस मुस्लिम धर्म मेें वापस लाने का निर्णय लिया। वक्ताओं ने कहा कि परिवार का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया है। जल्दी ही उलेमा परिवार के लोगों से मुलाकात करेंगे। इस संबंध में एसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट जांच के लिए आगरा भेजी गई है। उन्होंने दोनों पक्षों के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।