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पवित्र क़ुरआन पार्ट-48 : नमाज़, इंसान को गुनाहों से पाक करने और ईश्वर की ओर से क्षमा दिलाने का साधन है?!
सूरे सजदा पवित्र क़ुरआन के उन चार सूरों में है जिनकी विशेष आयत पढ़ते ही तुरंत सजदा करना अनिवार्य है। वह चार सूरे जिनकी विशेष आयत पढ़ने से सजदा अनिवार्य हो जाता है, इस प्रकार हैं, सूरे नज्म, सूरे फ़ुस्सेलत, सूरे सजदा और सूरे अलक़। ज़रूरी नहीं कि कोई ख़ुद पढ़े तभी उस पर सजदा […]
अल्लाह ज़ालिम और उससे बदला लेगा जो मज़लूम की मदद न करे : आठ चुनिन्दा हदीसें
पार्सटुडे- पैग़म्बरे इस्लाम फ़रमाते हैं” मज़लूम की बद्दुआ से डरो यद्यपि वह काफ़िर ही क्यों न हो, क्योंकि मज़लूम की बद्दुआ के सामने कोई रुकावट नहीं है। ज़ुल्म का अर्थ अत्याचार है यानी अपने आप पर या दूसरे के अधिकारों पर ज़ुल्म करना। जो बुरा व ग़लत काम करता है वह अपने आप पर ज़ुल्म […]
तौहीद और शिर्क : सूरए साफ़्फ़ात आयतें 106-113 : पार्ट-39
सूरए साफ़्फ़ात की आयतें 106-113 إِنَّ هَذَا لَهُوَ الْبَلَاءُ الْمُبِينُ (106) وَفَدَيْنَاهُ بِذِبْحٍ عَظِيمٍ (107) وَتَرَكْنَا عَلَيْهِ فِي الْآَخِرِينَ (108) निश्चय ही यह एक खुली हुई परीक्षा थी। (37:106) और हमने इस्माईल को एक बड़ी क़ुरबानी के बदले में छुड़ा लिया। (37:107) और हमने बाद की नस्लों में उनका (अच्छा) नाम छोड़ा। (37:108) पिछले कार्यक्रम […]