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मनुष्य के जीवन में प्रतिदिन चारों युग आते हैं, इस प्रकार राष्ट्रगान पूरी तरह भारतीय संस्कृति का संवाहक है : #लक्ष्मी_सिन्हा का लेख पढ़िये
Laxmi Sinha ============= हमारे राष्ट्रगान का प्रभाव ‘जन_ गण_ मन’ से होता है। मानव शरीर जहां विविध जनों का सूचक है तो मनुष्य की प्रवृतियां और सोच_विचार उनके गण हैं। इन्हीं गाणों के अधीन मनुष्य जीवनपर्यंत रहता है, जोमन को प्रभावित करता है।मन को नियंत्रण करने की साधना ऋषियों ने भी बताई है, जिससे मनुष्य […]
मछली अपने तालाब की सबसे होशियार लड़की थी…पढ़ने में तेज घर के सभी कामो में एकदम चतुर..,By-Dr.vijayasingh
https://www.youtube.com/watch?v=NdFtWFcrb04 Dr.vijayasingh ============ समय निकालकर पूरा अवश्य बढ़े….. एक तालाब था उसमें एक मछली रहती थी और पास में ही एक बगुला.. मछली अपने तालाब की सबसे होशियार लड़की थी.. पढ़ने में तेज घर के सभी कामो में एकदम चतुर.. बगुले की उसपर काफी समय से नजर थी.. उसने एक दिन उससे बात करने की […]
**प्रीत की सब रीत झूठी** और **गूँज उठी शहनाई**….कुसुम सिंह सुनैना की दो कवितायेँ पढ़िये!
Kusum Singh अध्यापिका दिल्ली सरकार Lives in Delhi, India From Gaya, India ========== प्रीत की सब रीत झूठी —–———————– पीर पारावार भरो प्रिय! हृदयतल विस्तृत में, कुछ नयन मग से बहायो, कुछ रच बहायो काव्य में। सासों संग सौरभ समाया, तेरे सुवासित देह का, कुछ दौड़े हैं धमनियां, कुछ हुआ मधुमास का। अँचरा भरा प्रिय, […]