उत्तर प्रदेश राज्य

मुख़्तार अंसारी की मौत के बाद मऊ, गाज़ीपुर और बांदा ज़िले में धारा 144 लागू, बांदा की ओर आने जाने वालों पर पुलिस की कड़ी नज़र!

बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। मेडिकल कॉलेज बांदा ने उसकी मौत की पुष्टि की है। पूरे यूपी में पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी है। मऊ, गाजीपुर और बांदा जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है।

मुख्तार की सुरक्षा में लापरवाही पर कई हुए निलंबित
मुख्तार अंसारी को लेकर ‘बांदा’ जेल हमेशा सुर्खियों में रहीं है। वर्ष 2017 में प्रोटक्शन वारंट पर पंजाब भेजने के मामले में तत्कालीन जेलर रंजीत सिह व डिप्टी तारकेश्वर प्रताप सिह को निलंबित कर दिया गया था। 30 सात जून 2022 को तत्कालीन डीएम अनुराग पटेल, एसपी अभिनंदन ने कारागार का औचक निरीक्षण किया तो मुख्तार की बैरिक में वीवीआईपी ट्रीटमेंट व बाहर से मंगाया गया खाने का सामान मिला। इस मामले में डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सहित चार बंदी रक्षक निलंबित कर दिए गए। मार्च 2023 को कारागार अधीक्षक अविनाश गौतम को मुख्तार अंसारी के गुर्गों की मुलाकात कराने सहित आपत्तिजनक समान पहुंचाने के आरोप में निलंबित कर दिया है। 19 मार्च 2024 को मुख्तार की सुरक्षा में लापरवाही पर जेलर योगेश कुमार, डिप्टी जेलर अर्विंद कुमार व राजेश कुमर को निलंबित कर दिया गया था।

बांदा की ओर आने जाने वालों पर पुलिस की कड़ी नजर
चित्रकूट सीमा पर कड़ी सुरक्षा तैनात है। रात में ही एसपी निकले। प्रयागराज कौशांबी फतेहपुर रीवा सतना जिले की सीमा पर पुलिस बल तैनात किया गया। बांदा की ओर आने जाने वालों पर कड़ी नजर और संदिग्धों की तलाशी की जा रही है।

पोस्टमार्टम के लिए पहुंचा शव, परिजनों का इंतजार
मुख्तार अंसारी की मौत के दो घंटे बाद यानि साढ़े बारह बजे के आसपास उसके शव को मेडिकल कॉलेज से पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाया गया। शव के पोस्टमार्टम पहुंचते ही सारा फोर्स भी वहीं तैनात हो गया। पूरे पोस्टमार्टम हाउस की घेराबंदी कर दी गई। बैरिकेडिंग भी लगा दी गई। अभी पोस्टमार्टम शुरू नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि कुछ ही देर में मुख्तार के परिजन पहुंच जाएंगे, इसके बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

अनहोनी की आशंका से छावनी बना बांदा मेडिकल कॉलेज

मुख्तार अंसारी को जेल से मेडिकल कॉलेज लाते ही, डीआईजी अमित कुमार, कमिश्नर बालकृष्ण त्रिपाठी के अलावा डीएम व एसपी भी डटे रहे। भारी पुलिस फोर्स, पीएसी और पैरामिलिट्री फोर्स फोर्स ने पूरे मेडिकल कॉलेज को घेर रखा था। कोई भी बाहरी व्यक्ति भीतर नहीं जा सकता था। मेडिकल कॉलेज के मरीजों के पास भी सिर्फ एक-एक तीमारदार को छोड़कर सभी को बाहर कर दिया गया। अधिकारियों को यह भी आशंका रही कि परिजनों के मेडिकल कॉलेज पहुंचने के बाद किसी तरह का हंगामा न हो, इसके लिए भी कई वज्र वाहन और दमकल की गाड़ियां भी मेडिकल कॉलेज के बाहर खड़ी करा दी गईं हैं।

मुख्यमंत्री आवास पर देर रात बुलाई गई बैठक
मुख्तार अंसारी का दिल का दौरा पड़ने से बांदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गई। मुख्यमंत्री आवास पर देर रात बैठक बुलाई गई है।

कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने की जांच की मांग
कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा, ‘जिस तरीके से आरोपी मुख्तार अंसारी की जेल में मौत हुई है वो उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर गंभीर प्रश्न खड़े करती है…इस घटना की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और हाई कोर्ट के जज की सुपरविजन में यह जांच होनी चाहिए।’

तेजस्वी यादव ने जताया दुख
तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा, ‘यूपी से पूर्व विधायक श्री मुख्तार अंसारी के इंतकाल का दुःखद समाचार मिला। परवरदिगार से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति तथा शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। कुछ दिन पूर्व उन्होंने शिकायत की थी कि उन्हें जेल में जहर दिया गया है फिर भी गंभीरता से नहीं लिया गया। प्रथम दृष्टया ये न्यायोचित और मानवीय नहीं लगता। संवैधानिक संस्थाओं को ऐसे विचित्र मामलों व घटनाओं पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।’

पांच डॉक्टरों का पैनल करेगा पोस्टमार्टम
जिंदा मुख्तार अंसारी तो पुलिस प्रशासन के सिर का दर्द रहा और मौत के बाद भी अधिकारियों के पसीने छुड़ा दिए। प्रशासन रात 11 बजे से ही शव के पोस्टमार्टम की तैयारी में जुट गया। अधिकारियों के मुताबिक मुख्तार के परिजनों के मेडिकल कॉलेज पहुंचने के बाद ही पांच डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम की प्रक्रिया कराई जाएगी। इसके अलावा पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। प्रयास किया जाएगा कि देर रात ही शव को परिजनों के सुर्पुद कर उसे गाजीपुर के लिए रवाना कर दिया जाए। इस बीच चर्चा यह भी रही कि मुख्तार के परिवार के कई सदस्यों से बांदा की सीमा पर ही रोका गया है। सिर्फ भाई अफजाल को ही मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना किया गया है।