

Related Articles
ख़ौफ़ के साये में….*लघु कहानी*….. लेखिका-साधना कृष्ण
साधना कृष्ण Lives in Lalganj, Bihār, India From Muzaffarpur ============== खौफ के साये में (लघु कहानी ) …………… आजतक तुमने किया क्या है? बस खाना बनाकर खिला देते हो और किताब लेकर बैठ जाते हो । बड़ा आये हो पढ़ने वाले। अरे सब पता है ।तुम हमारी आँखों में धूल झोंकते हो। सही ढंग से […]
“अरे, क्या गुफ़्तगू चल रही है मेरे बिना”
रात के आठ बजने वाले थे. श्रीयंत सड़क की भीड़ से उलझा हुआ कार ड्राइव करता हुआ ऑफिस से घर जा रहा था, पर दिमाग़ में विचारों का घमासान व दिल में भावनाओं की उठापटक जारी थी. ऑफिस में रिनी का फोन आया था कि कियान की तबीयत ठीक नहीं लग रही. डॉक्टर को दिखाना […]
वे “धन कमाने की मशीन” नहीं हैं!
Prem Bansal ============= कुछ माता-पिता बड़े समझदार होते हैं ! वे अपने बच्चों को किसी की भी मंगनी, विवाह, लगन, शवयात्रा, उठावना, तेरहवीं (पगड़ी) जैसे अवसरों पर नहीं भेजते, इसलिए की उनकी पढ़ाई में बाधा न हो! उनके बच्चे किसी रिश्तेदार के यहां आते-जाते नहीं, न ही किसी का घर आना-जाना पसंद करते हैं। वे […]