नई दिल्ली । मध्य प्रदेश में मायावती ने राज्य सभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन करके भाजपा के लिए बड़ी मुश्किल पैदा कर दी है । मायावती ने शनिवार को इस बात की घोषणा की।
कांग्रेस के उम्मीदवार विवेक तनखा को राज्य सभा जाने के लिए 58 विधायकों के वोट की जरूरत थी लेकिन कांग्रेस के पास केवल 57 विधायक ही थे। मायावती ने कहा, ”मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश कई राज्यों में राज्य सभा के चुनाव होने जा रहे हैं। इनमें साम्प्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ाई है। लेकिन बसपा मध्य प्रदेश में अपना उम्मीदवार नहीं चुन सकती क्योंकि हमारे पास नंबर नहीं है।
इसलिए साम्प्रदायिक ताकतों को कमजोर करने के लिए कांग्रेस उम्मीदवार विवेक तनखा का साथ देने का फैसला किया गया है।” 57 विधायकों के साथ कांग्रेस अपने उम्मीदवार को जिताने के आंकड़े से एक सीट दूर थी। साथ ही सदन में उसके नेता सत्यदेव कटारे का मुंबई में इलाज चल रहा है जबकि एक विधायक रमेश पटेल जेल में हैं। वहीं बताया जा रहा है कि एक विधायक ने भाजपा को वोट देने का एलान किया है।
230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा में एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 58 विधायकों की जरूरत होती है। बसपा के समर्थन की घोषणा के बाद कांग्रेस राहत की सांस ले सकती है। अब अगर तीन विधायक छूट भी जाते हैं तो बसपा के विधायकों को मिलाकर उसका आंकड़ा 58 का हो जाएगा।