

Related Articles
मेहरगढ़ बलूचिस्तान से प्राप्त यह पहिया 6000 ईसा पूर्व का है
मेहरगढ़ बलूचिस्तान से प्राप्त यह पहिया 6000 ईसा पूर्व का है यानी लगभग आठ हजार साल पहले का, मोम की ढलाई द्वारा शुद्ध तांबे से बनाया गए छह तीलियों वाले इस पहिए को देखकर प्राचीन धातु विज्ञान पर भारत की तकनीक का पता चलता है। दरअसल जिस समय को सिंधु घाटी सभ्यता का कालक्रम निर्धारित […]
#इतिहास_की_एक_झलक : राजा जसवंत सिंह प्रथम
राजा जसवंत सिंह प्रथम, जिनका जन्म 26 दिसंबर 1626 को हुआ था, वर्तमान राजस्थान में स्थित मारवाड़ के राठौड़ शासक थे। वे न केवल अपनी वीरता के लिए, बल्कि “सिद्धांत-बोध”, “आनंद विलास” और “भाषा-भूषण” जैसी रचनाओं के माध्यम से साहित्यिक योगदान के लिए भी जाने जाते थे। 1638 में अपने पिता के उत्तराधिकारी बनने के […]
अपनी नानी साहिबा के ददिहाल के परिवार व दादी साहिबा की बहन के शौहर के परिवार की 1857 के ग़दर में जानों को कुरबानियां देने की दास्तान!
Ayaz Sherwani M.A ( Hist ) , M.B.A – A M U ============= अपनी नानी साहिबा के ददिहाल के परिवार व दादी साहिबा की बहन के शौहर के परिवार की 1857 के गदर में जानों को कुरबानियां देने की दास्तान – चौधरी मोहम्मद अली ख़ान – एटा ज़िले के बड़े जमींदार थे और सहावर ( […]