

Related Articles
पढ़िए ‘भगत सिंह’ का मुक़दमा लडने वाले वकील ‘आसफ अली’ के बारे में -जो हर क़दम पर उनको स्पोर्ट करते थे
@मुफ़्ती ओसामा इदरीस नदवी की विशेष रिपोर्ट भारत का बच्चा बच्चा भगत सिंह के नाम और आजाद हिन्दुस्तान में उनके दिये गये उनके बलिदान से परिचित है। पर क्या आप को पता है कि भगत सिंह के पीछे भी एक चेहरा था जो उनकी आजादी की लड़ाई में हर कदम पर उनका सपोर्ट करता था। […]
हरिणाया के नवाब नूर सदन ख़ान को अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ युद्ध करने पर फाँसी दी गयी थी!
वर्तमान हरिणाया के समस्त क्षेत्र को 1857 की क्रांति की लहर ने झकझोर दिया था। 1803 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने मराठों से एक संधि द्वारा हरियाणा पर अपना आधिपत्य स्थापित कर लिया था। अंग्रेजों ने 1833 में नार्थ-वेस्टन प्राविंसिंस का निर्माण किया तथा इस प्रदेश के शासन प्रविधि को सुव्यवस्थित करने के लिए हिसार, […]
इस प्रकार बीकानेर देश में हाई-कोर्ट की स्थापना करने वाली प्रथम रियासत बनी…!!
लालगढ़ पैलेस, बीकानेर रियासत – राजपूताना (वर्ष 1926 ई.) बीकानेर के महाराजा गंगासिंह जी राठौड़ व राजकुमार बिजय सिंह जी (गंगनहर के उद्घाटन समारोह का दृश्य – 1927 ई.) वर्ष 1899-1900 में राजस्थान में एक बदनाम अकाल पड़ा था…विक्रम संवत १९५६ (1956) में ये अकाल पड़ने के कारण राजस्थान में इसे छप्पनिया-काळ कहा जाता है… […]