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महान अभिनेता #अमजद_ख़ान की लव स्टोरी

मुझे भाई मत बोला करो… जब 14 साल की शहला को दिल दे बैठे थे शोले के गब्बर, क्यों बोले ससुरजी- ये शादी नहीं हो सकती…

जब कभी बॉलीवुड के किसी विलेन की चर्चा होती है तब साल 1975 में आई फिल्म ‘शोले’ के डाकू गब्बर का जिक्र ना हो ऐसा कैसे हो सकता है. खूंखार आंखों और लोगों को मारकर ठहाके लगाने वाला, ‘ये हाथ मुझे दे दे ठाकुर’ और ‘कितने आदमी थे’ जैसे डायलॉग बोलने वाला खतरनाक विलेन, जिससे हर कोई डरने लगा था. शोले में ये डाकू गब्बर सिंह का किरदार अभिनेता अमजद खान ने निभाया था, जो लोगों के दिलों में आज भी बसा हुआ है. आज भले ही अमजद खान दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनका गब्बर का किरदार आज भी फैंस के दिलों में जिंदा है. अमजद खान के किरदार की ही तरह, उनकी लव स्टोरी भी कम फेमस नहीं है।

अमजद खान ने शहला खान से साल 1972 में शादी की थी, हालांकि, अमजद शहला को तभी दिल दे बैठे थे जब वह 14 साल की थीं. इस बात का खुलासा खुद शहला खान ने किया था. उन्होंने एक इंटरव्यू में अपनी और शोले के गब्बर यानी अमजद खान की लव स्टोरी का खुलासा किया था.

शहला ने फिल्म फेयर को दिए इंटरव्यू में अपनी और अमजद खान की लव स्टोरी के बारे में बात करते हुए बताया था कि वो और अमजद मुंबई के बांद्रा में एक-दूसरे के पड़ोसी थे और शहला अमजद को जयंत अंकल के बेटे के तौर पर जानती थीं. उनकी उम्र उन दिनों सिर्फ 14 साल थी और वह स्कूल में पढ़ती थीं, जबकि अमजद कॉलेज में पढ़ते थे. दोनों ही एक-दूसरे के साथ बैडमिंटन खेलते थे।

शहला ने आगे बताया कि वो अमजद खान को तब भैया कहती थीं. ऐसे में अमजद ने उनसे कहा कि मुझे भैया मत कहा करो. आगे शहला ने बताया कि एक दिन जब वह स्कूल से लौट रही थीं तो वहां अमजद खान वहां आ गए और बोले कि जल्दी से बड़ी हो जाओ, मैं तुमसे शादी करूंगा. इसके कुछ ही दिनों बाद अमजद ने शहला के घर पर शादी का प्रस्ताव भेज दिया. लेकिन, शहला कि उम्र कम होने के चलते उनके पिता ने शादी के लिए मना कर दिया. हालांकि, दोनों के प्यार का सिलसिला जारी रहा और 1972 में दोनों ने शादी कर ली।