नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के करीबी राज्य हरियाणा के पलवल में एक बार फिर नफरतवादी लोगों ने शहर की शाँति भाईचारे को खत्म करने और अगर भड़काने में कोई कमी नही छोड़ी है,लेकिन मुसलमानों की समझदारी से मामला शाँत रहा और किसी बड़ी घटना से पहले हालात पर काबू पा लिया गया।
प्राप्त समाचार अनुसार पलवल शहर थाना क्षेत्र में बोर्ड कॉलोनी के समीप स्थित संजय कॉलोनी की मस्जिद में असामाजिक तत्वों ने मृत पशु फैंक दिया। मस्जिद के इमाम ने देर रात करीब एक बजे देखा कि मृत पशु (सुअर का बच्चा) फैंका गया था।
मामले की सूचना मिलते ही सेक्टर-2 चौकी प्रभारी जवाहर ¨सह मौके पर पहुंच गए। देर रात ही मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष युनूस अहमद तथा अन्य पदाधिकारी व शहर थाना प्रभारी विश्व गौरव भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और पशु के शव को मस्जिद से हटवाकर वहां की धुलाई-सफाई भी कराई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई से शहर में तनाव की स्थिति बनने से पूर्व ही मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। घटना की सूचना मिलने पर कांग्रेसी विधायक करण सिंह दलाल और इनेलो नेता भगत ¨सह घुघेरा सहित और भी कई लोग मस्जिद में पहुंच गए। दलाल व घुघेरा ने कहा कि कुछ लोगों को शहर में आपसी भाईचारा रास नहीं आ रहा है। पुलिस व प्रशासन को इस प्रकार के शरारती तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। आरोपितों ने कहा, झगड़े के बाद फैंका था मृत पशु :
शहर थाना पुलिस ने मस्जिद के इमाम मौलाना इरशाद की शिकायत पर व सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर ¨पटू, आदित्य व दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। पुलिस ने केस दर्ज करते ही दबिश देते हुए प्रेम विहार निवासी आदित्य, संजय कॉलोनी निवासी पिन्टू उर्फ रोहित और हथीन गेट निवासी कलुआ उर्फ सोनू को काबू कर लिया। शहर थाना सहप्रभारी सहायक उपनिरीक्षक जसबीर ¨सह के अनुसार आरोपितों ने बताया कि पिन्टू व ईसा का शुक्रवार की शाम को आपस में विवाद हो गया था।
रात के समय पिन्टू ने विवाद की बात अपने दोस्त आदित्य, सोनू व गुलशन को बताई। देर रात के समय चारों ने गुलशन के घर दया बस्ती में शराब पी तथा मोटर साईकिल पर निकल पड़े। रास्ते में दया बस्ती में ही मृत पशु (सुअर का बच्चा) रोड पर पडा हुआ था, जिसको कुत्ते नोच रहे थे। गुलशन ने वह सुअर का बच्चा उठाकर मोटर साईकिल पर रख लिया तथा उसे मस्जिद के द्वार पर डाल दिया और भाग गए।
किसी की धार्मिक आस्था से खिलवाड़ करने वालों और शांति भंग करने वालों पर पुलिस पूरी तरह से सख्ती बरतेगी। मामले में पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। मामले में यदि और किसी का नाम सामने आया, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।