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मल्लिकार्जुन खरगे कलबुरगी में वोटिंग अपील करते हुए भावुक हो गए : मेरे पास बाबासाहेब का संविधान है, कलबुरगी और कर्नाटक के लोग मेरे पीछे हैं!

कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए आज (8 मई) चुनाव प्रचार का आखिरी दिन था. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को अपने गृहक्षेत्र कलबुरगी में मतदाताओं से वोटिंग अपील करते हुए भावुक हो गए. उन्होंने जनता से इस बात पर गर्व करने को कहा कि कर्नाटक के ‘भूमि पुत्र’ के रूप में उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है. इसी नाम को लेकर खरगे ने कांग्रेस की जीत की मांग की. उन्होंने कहा कि वह 81 वर्ष के हैं और यदि कोई उन्हें खत्म करना चाहता है, तो वो कर सकता है. वह अपनी अंतिम सांस तक गरीबों के लिए लड़ते रहेंगे और उनके हितों की रक्षा करने का प्रयास करेंगे.

बीजेपी उम्मीदवार पर लगाया हत्या करने का आरोप

कांग्रेस ने हाल ही में आरोप लगाया था कि बीजेपी उम्मीदवार के जरिये खरगे, उनकी पत्नी और उनके पूरे परिवार को मिटाने के लिए हत्या की साजिश रची गई थी. खरगे ने कलबुरगी के चित्तपुर निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार मणिकांत राठौड़ की एक कथित ऑडियो रिकॉर्डिंग साझा की थी, जिसमें उन्हें कथित तौर पर कन्नड़ में यह कहते हुए सुना गया था कि वह खरगे, उनकी पत्नी और बच्चों को मिटा देंगे. हालांकि, राठौड़ ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह सब झूठ है. वे कोई फर्जी ऑडियो चला रहे हैं. कांग्रेस हार के डर से बेबुनियाद आरोप लगा रही है.

उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि बीजेपी नेताओं के दिमाग में मुझे खत्म करने की बात आई होगी. यदि नहीं, तो कौन यह कहने का साहस करेगा कि वह खरगे और परिवार को खत्म करना चाहता है? अगर उन्हें यह कहना ही है तो कोई बीजेपी नेता उनके पीछे होना चाहिए नहीं तो ऐसा नहीं होगा.

‘कर्नाटक के लोग मेरे पीछे हैं’

खरगे ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी उन्हें आसानी से खत्म नहीं कर सकता. मेरी रक्षा के लिए मेरे पास बाबासाहेब का संविधान है. कलबुरगी और कर्नाटक के लोग मेरे पीछे हैं. अब कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद देश की जनता मेरे पीछे है. तुम मुझे और मेरे परिवार को खत्म कर सकते हो, अगर मैं जाऊंगा तो मेरे पीछे कोई और आएगा.

‘मोदी भी इसी तरह का व्यवहार कर रहे’

वे उन्हें खत्म करना चाहते हैं, क्योंकि वह और उनका बेटा पीएम मोदी के खिलाफ बोल रहे हैं. हर जगह बीजेपी पर यह कहने का आरोप लगाते हुए कि खरगे ने कहा कि मोदी भी इसी तरह का व्यवहार कर रहे हैं. मेरे बारे में बोलो, मेरे बेटे के बारे में क्यों? वह आपके स्तर का नहीं है. मेरे बारे में बोलो तो ठीक है, मैं 52 साल से राजनीति में हूं. लेकिन मेरा परिवार ही क्यों?

खरगे ने जनसभा में कही ये बातें

खरगे ने कहा कि उन्हें जो करना है करने दो, लेकिन मैं भी मजबूत हूं. एक आदमी सौ साल या 90 साल तक जीवित रह सकता है, लेकिन भारत में औसत जीवन 70 या 71 है. मैं पहले से ही अपनी बोनस अवधि में हूं, मैं अब 81 साल का हूं. यदि मैं जीवित रहा, तो मैं और 8-9 वर्ष जीवित रह सकता हूं. मुझे कोई चिंता नहीं, यदि आप मुझे उससे पहले समाप्त करना चाहते हैं, तो समाप्त करें. यदि आपकी समस्याएं हल हो जाएंगी तो मैं तैयार हूं. लेकिन, जब तक मेरी आखिरी सांस है, तब तक मैं गरीबों के लिए लड़ता रहूंगा और उनकी रक्षा करने की कोशिश करता रहूंगा. जब तक आप (लोग) मेरे साथ हैं, मुझे कोई डर नहीं है.

खरगे के बताया कि कलबुरगी के लोगों के आशीर्वाद के कारण वह संसद में थे और विधानसभा में थे और विपक्ष के नेता सहित विभिन्न पदों पर काम किया था. उन्होंने कहा कि हालांकि वह लोकसभा चुनाव हार गए, सोनिया गांधी ने उन्हें राज्यसभा सदस्य और फिर विपक्ष का नेता बनाया और सबसे बढ़कर उन्हें एआईसीसी अध्यक्ष बनाया गया. यह मेरी नहीं, गुलबर्गा (कलबुरगी) की शान की बात है.

उन्होंने कहा कि कलबुरगी को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद मिला है और इसे बचाना आपके हाथ में है. इसका सम्मान लाना आपके हाथ में है. वरना दूसरे लोग कहेंगे कलबुरगी को अध्यक्ष बनाया गया, लेकिन वहां के लोगों ने विधायक तक नहीं चुना.

कांग्रेस अध्यक्ष ने लोगों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि कलबुरगी और यादगीर जिलों में कांग्रेस सभी सीटों पर जीत हासिल करे. आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कांग्रेस सभी 13 सीटों पर जीत हासिल करे, तब मुझे सम्मान मिलेगा. ये सम्मान आपको भी मिलेगा, क्योंकि आपके बिना मैं कुछ भी नहीं.

खरगे ने कहा कि 52 साल में उन्होंने अपने लोगों का नाम खराब नहीं किया. मैंने जेडीएस, बीजेपी, मोदी के खिलाफ संसद में लड़ाई लड़ी है, मैंने न्याय के लिए लड़ाई लड़ी है’. चुनाव प्रचार के लिए गुजरात जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ‘मोदी वहां लोगों से बीजेपी को वोट देने का आग्रह कर रहे थे, क्योंकि वह गुजरात और अहमदाबाद के ‘भूमिपुत्र’ थे और उन्होंने उनसे अपनी गरिमा बचाने का अनुरोध किया. इसी तरह खड़गे ने कहा कि वह खुद कलबुरगी और कर्नाटक में अपने लोगों से वोट मांग रहे थे.

उन्होंने कहा कि मैं अब मोदी को बताना चाहता हूं कि मैं कर्नाटक और कलबुरगी का ‘भूमि पुत्र’ हूं. गुजरात में आपका जो अधिकार है, वह मेरा यहां है और मुझे मिलना चाहिए. आपने मेरे यहां के लिए कुछ नहीं किया, लेकिन मैं अपने क्षेत्र के लिए काम करके मांग रहा हूं. आपने यहां वोट मांगने के लिए क्या किया है?