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मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा-मोदी सरकार किसान विरोधी है, किसानों के साथ दुश्मनों जैसा बर्ताव कर रही है!

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को कहा कि मोदी सरकार किसान विरोधी है और अपना हक मांगने वाले किसानों के साथ वो दुश्मनों जैसा बर्ताव कर रही है.

खड़गे का बयान किसान नेता सरवन सिंह पंढेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल के उस एलान के बाद आया है, जिसमें कहा गया था किसान हर हाल में 6 मार्च को दिल्ली कूच के लिए तैयार हैं.

किसान नेताओं ने 10 मार्च को पूरे देश में चार घंटे के लिए रेल रोको आंदोलन की अपील की है.

आंदोलनकारी किसान सरकार से अपनी फसलों के लिए एमएसपी की गारंटी मांग रहे हैं. इसके अलावा किसानों ने कर्ज माफी की भी मांग की है.

खड़गे ने किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए एक्स पर लिखा, ”अपने चुनिंदा पूँजीपति मित्रों को फ़ायदा पहुँचाने के लिए, मोदी सरकार ने किसानों के हितों की लगातार बलि दी है. जब देश का अन्नदाता किसान बंपर फ़सल पैदा कर निर्यात करना चाहता है, तब मोदी सरकार गेहूं, चावल, चीनी, प्याज़, दाल आदि के निर्यात पर बैन लगा देती है. अपने पूरे कार्यकाल में भाजपा ने ऐसा ही किया है. इसका परिणाम यह हुआ है कि कांग्रेस-यूपीए के दौरान जो कृषि निर्यात 153% बढ़ा था, वो भाजपाई राज में केवल 64% ही बढ़ा.”

उन्होंने लिखा है, ”मोदी सरकार की एमएसपी और दोगुनी आमदनी की गारंटी तो फ़र्ज़ी निकली ही, किसान विरोधी भाजपा ने हमारे 62 करोड़ किसानों की कमर तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी. अब जब किसान अपना हक़ मांग रहे हैं तो मोदी सरकार उनसे दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है.”

Mallikarjun Kharge
@kharge
अपने चुनिंदा पूँजीपति मित्रों को फ़ायदा पहुँचाने के लिए, मोदी सरकार ने किसानों के हितों की लगातार बलि दी है।

जब देश का अन्नदाता किसान बंपर फ़सल पैदा कर निर्यात करना चाहता है तो…

तब मोदी सरकार गेंहू, चावल, चीनी, प्याज़, दाल आदि के निर्यात पर बैन लगा देती है !

अपने पूरे कार्यकाल में भाजपा ने ऐसा ही किया है।

जिसका परिणाम यह हुआ है कि कांग्रेस-यूपीए के दौरान जो कृषि निर्यात 153% बढ़ा था व भाजपाई राज में केवल 64% ही बढ़ा।

मोदी सरकार की “MSP” व “दोगुनी आमदनी” की गारंटी तो फ़र्ज़ी निकली ही, किसान विरोधी भाजपा ने हमारे 62 करोड़ किसानों की कमर तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

अब जब किसान अपना हक़ माँग रहे हैं,
तो मोदी सरकार उनसे दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है।

किसानों की एमएसपी गारंटी की मांग के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनीतिक) से जुड़े किसान संगठनों ने 13 फ़रवरी को दिल्ली मार्च का आह्वान किया था लेकिन उन्हें पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने शंभू बॉर्डर पर रोक दिया था.

इस दौरान हुई झपड़ में एक युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी.