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मनुष्य अपने नाती–पोतों के लिये सम्पत्ति छोड़ जाता है, परन्तु पापी की सम्पत्ति धर्मी के लिये रखी जाती है!

सुलैमान के नीतिवचनों से बुद्धि
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नीतिवचन 13:22
भला मनुष्य अपने नाती–पोतों के लिये सम्पत्ति छोड़ जाता है, परन्तु पापी की सम्पत्ति धर्मी के लिये रखी जाती है।
अच्छे घराने पीढ़ी दर पीढ़ी उन्नति करते जाते हैं। अच्छे लोग नाती-पोतों के लिए बचत करते हैं। परमेश्वर दुष्ट से धन लेकर उत्तम निवेश को आशीष देता है और उनकी विरासत में जोड़ता है। बुद्धि में आपके परिवार के आर्थिक सुधार के लिए सम्पत्ति का नियोजन करना शामिल है। एक भला पूर्वज चाहता है कि अपने घराने की भावी पीढ़ी के पास अधिक आर्थिक सामर्थ हो।
अच्छे लोग दूरदर्शी होते हैं, विशेषकर अपने परिवारों के लिए। वे परिवार के लिए महान योजना बनाने वाले होते हैं। वे पोते-पोतियों में आनन्द मनाते हैं, और वे हर सम्भव लाभ की तैयारी करते हैं। परमेश्वर उनकी अच्छाई को उनके वंशजों के लिए उनकी संपत्ति की रक्षा करके उन्हें प्रतिफल देता है। धर्मियों की पीढ़ियां धन्य होती हैं (भजन 103:17)। परंतु वह दुष्टों से धन लेता है और उसे धर्मियों को देता है।
बाइबल धर्मियों के लिए दीर्घायु और पापियों के लिए कम दिनों का वचन देती है (नीतिवचन 3:1-2; 4:10; 9:11; 10:27; भजन 34:11-13; 91:16; इफिसियों 6:2-3)। यह उनके लिए एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक सम्पत्ति के सुरक्षित हस्तांतरण की भी प्रतिज्ञा करती है (नीतिवचन 28:8; सभोपदेशक 2:26; अय्यूब 27:16-17)। ये अद्भुत प्रतिज्ञाएं हैं जिनकी बराबरी एक जीवन बीमा विक्रेता अपने प्रस्तावों के साथ नहीं कर सकता है।
परमेश्वर के लोग इस्राएल, नील नदी के बिल्ली की पूजा करने वाले मूर्तिपूजकों के पास मिस्र आए। जब वे चले गए, तो उन्होंने देश की कई पीढ़ियों की संपत्ति ले ली (निर्गमन 3:21-22; 12:36)। शाऊल धर्मी दाऊद से ईर्ष्या रखता था और उसे सताता था, परंतु परमेश्वर ने शाऊल का सिंहासन और पत्नियां दाऊद को दे दीं (2 शमूएल 12:7-8)। और यह दाऊद का ही सिंहासन है जो सदा बना रहता है (यशायाह 9:6-7)।
परिवार में पुरुषों की बड़ी भूमिका होती है। परिवार में पितृसत्ता सृष्टिकर्ता परमेश्वर की योजना है। जैसा पिता होता है वैसा ही परिवार होता है। जीवन की अधिकतर समस्याओं का पता परिवार के प्रति लापरवाह पिता से लगाया जा सकता है। उसे सर्वप्रथम नैतिक तथा आत्मिक रूप से अच्छा होना चाहिए, जैसा कि इस नीतिवचन में सिखाया गया है। फिर उसे अपनी सम्पत्ति बचाना चाहिए और उसे पोते-पोतियों को विरासत में देना चाहिए। वह नाती-पोतों को अपना मुकुट मानता है (नीतिवचन 17:6)।
केवल पवित्र लोग ही इतने सामर्थी होते हैं कि विरासत के लिए आमदनी और संपत्ति सम्हालकर रख सकें (नीतिवचन 11:16)। मूर्ख और पापी व्यक्ति इतने मूर्ख, आलसी, स्वार्थी या अपव्ययी होते हैं कि वे अपने परिवार के लिए संपत्ति जमा नहीं कर सकते। अच्छा व्यक्ति वास्तविक पेशे या व्यापार में एक परिश्रमी कार्यकर्ता, एक सुसंगत और अनुशासित बचतकर्ता, एक मितव्ययी और बुद्धिमानी से खर्च करने वाला, एक विवेकपूर्ण और निराशावादी निवेशक और एक उदार दाता होता है। वह आने वाली पीढ़ियों के लिए बचाया हुआ पैसा लेने से अपने आप को सहज ही इन्कार कर देता है।
परमेश्वर ने माता-पिता को आज्ञा दी है कि वे अपने बच्चों के लिए जायदाद इकट्ठा करें (नीतिवचन 19:14; 2 कुरिंथियों 12:14)। यह कोई विकल्प या मात्र एक सुझाव नहीं है – यह उसकी आज्ञा है – यह बुद्धिमानी का नियम है। जबकि बच्चों को बुढ़ापे में आपात स्थिति में माता-पिता का सहारा बनने के लिए तैयार रहना चाहिए, यह दो पीढ़ियों के लिए परमेश्वर की सामान्य योजना नहीं है (1 तीमुथियुस 5:4,8)। अगली दो पीढ़ियों को विरासत देने के लिए माता-पिता को तत्परता के साथ और बुद्धिमानी से जीवन बिताना चाहिए था।
यह अधर्मी संसार परमेश्वर और उसकी व्यवस्था का उपहास करता है। उनकी स्वार्थपूर्ण आदतें और सुखविलास और तत्काल संतुष्टि के लिए वासनाएं उनकी अधिकांश या पूरी आय, या इससे भी अधिक का उपभोग करती हैं, और कुछ पुरुष इस बुरी पीढ़ी में कर्ज़ में पड़कर मर जाते हैं। दादा-दादी का यह कहना सुविख्यात, और मूर्खों के लिए मज़ेदार है कि, “हम अपने बच्चों की विरासत खर्च कर रहे हैं।” महान परमेश्वर उन सेवानिवृत्त लोगों को नरक में भेज देगा और उनकी संपत्ति उन धर्मियों को देगा, जो अपने परिवारों से प्रेम करते हैं।
आपके बच्चों और नाती-पोतों के लिए विरासत छोड़ना इस बात के लिए एक और कारण है कि आपको अपनी आय में से कुछ बचाना चाहिए। पैसा बचाना कोई विकल्प या सुझाव नहीं है; यह आपका मसीही कर्तव्य है (नीति 6:6-8; 30:25), क्योंकि विरासत छोड़ना आपका मसीही कर्तव्य है। आप प्रतिदिन बाइबल पढ़कर और प्रार्थना करके बहाना नहीं बना सकते। आपको अपनी आमदनी का कुछ हिस्सा बचाना चाहिए। कोई भी व्यक्ति पैसा अलग रखकर और जो कुछ बचा है उस पर जीवनयापन कर बचत कर सकता है।
परमेश्वर के पास यह बताने की बुद्धि और अधिकार है कि आपको पैसों का प्रबंधन कैसे करना है। इन नीतिवचनों को आपके लिए लिखने के लिए उसने सुलैमान को प्रेरणा दी। उनका पालन करना आपका कर्तव्य है। आपको आमदनी कमाने के लिए परिश्रम और समझदारी से काम करना है (नीति 10:4; 12:24; 14:4)। आपको मूर्खतापूर्ण खर्च और अपव्यय से बचना चाहिए (नीतिवचन 21:17,20; 18:9)। आपको निवेश-घोटालों का इन्कार करना चाहिए (नीतिवचन 13:11; 14:23)। आपको उदारता के साथ देना चाहिए (नीति 11:24-27; 19:17)। आपको सुनियोजित रूप से बचत करना चाहिए (नीति 6:6-8; 30:25)।
क्या होगा यदि आपके पास आपके पोते-पोतियों के लिए छोड़ने के लिए कम सम्पत्ति हो? यदि आपने परमेश्वर के वचनों के अनुसार जीवन बिताया है और उत्तमता के साथ काम किया है, तो उसने बुद्धिमानी के उद्देश्यों के लिए आपकी परिस्थिति को चुना है। वह चाहता है कि आप उन्हें और भी बड़े वरदान दें। सबसे बड़ी विरासत जो मनुष्य अपने परिवार के लिए छोड़ सकता है वह है प्रभु का भय, मसीही पवित्रशास्त्र और बुद्धि (भजन 34:11; 119:111; सभोपदेशक 7:11)। अच्छे लोग तीन या अधिक पीढ़ियों को देखते हैं जिन्हें इन अनमोल वस्तुओं की ज़रूरत हो (भजन 78:1-8; योएल 1:1-3)।
पाठक, आप अपने परिवार के लिए क्या कर रहे हैं? क्या आपका जीवन इस प्रकार की खराई का जीवन है जिससे आपके वंशजों को आत्मिक और आर्थिक रूप से आशीषें प्राप्त हो रही हैं? क्या आपका परिवार पीढ़ी दर पीढ़ी महानता में बढ़ रहा है? या क्या आप मूर्ख हैं, अपने बच्चों को उन लाभों को देने की ओर लापरवाही करते हैं जिसकी आज्ञा आपको उन्हें देने के लिए कहा गया था (व्यवस्थाविवरण 6:4-9; 2 कुरिन्थियों 12:14; इफि 6:4)? आपको शर्म आनी चाहिए! हर पिता को प्रतिदिन याद रखना चाहिए कि वह क्यों अब तक जीवित है (यशायाह 38:19)।
मसीही, जीवन में आपकी आर्थिक स्थिति साधारण महत्व या मोल रखती है। अपना ध्यान और स्नेह ऊपर की ओर केंद्रित करें। आपके स्वर्गीय पिता के पास आपके लिए आनेवाले नए जगत में एक विरासत आरक्षित है जो विश्व की सम्पत्ति से अधिक है (1 कुरिन्थियों 3:21-23; 1 पतरस 1:3-5; 2 पतरस 3:10-14)। उसने आपके भविष्य के लिए क्या निवेश किया? उसके इकलौते पुत्र की मृत्यु! उसने आपको कौन सा भाग सौंपा है? उस पुत्र के साथ समान भाग (रोमियों 8:14-19)!