मध्य प्रदेश राज्य

मध्य प्रदेश : शिवपुरी ज़िले में दो दलित पुरुषों को एक महिला से बात करने के बाद मानव मल का सेवन करने के लिए मजबूर किया गया!

पेशाब कांड के बाद एमपी में ही मानव मल खिलाने पर किया गया दलितों को मजबूर

मध्य प्रदेश के शिवपुरी ज़िले में दो दलित पुरुषों को कथित तौर पर एक महिला से बात करने के बाद मानव मल का सेवन करने के लिए मजबूर करने का मामला सामने आया है।

पुलिस ने जानकारी दी है कि इस संबंध में महिला के परिवार के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है और प्रशासन ने उनके घरों को ध्वस्त कर दिया है।

दलित पुरुषों के ख़िलाफ़ कथित अत्याचार बीते 30 जून को शिवपुरी ज़िले के वरखड़ी गांव में हुआ था लेकिन एक कथित वीडियो वायरल होने के बाद 5 जुलाई को यह मामला सामने आया।

अखबार ने बताया है कि वह स्वतंत्र रूप से इस वीडियो क्लिप की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सका।

शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह भदौरिया के अनुसार, परिवार के खिलाफ कार्रवाई राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निर्देश पर हुई, जिन्होंने मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून “एनएसए” लागू करने का भी आदेश दिया है।

भदौरिया ने बताया कि 23 और 24 साल की उम्र के दो युवक कथित तौर पर आरोपी के परिवार की एक युवती से फोन पर बात करते थे जब परिवार को इस बारे में पता चला, तो उन्होंने युवती से दोनों को वरखड़ी गांव में अपने घर पर बुलाने के लिए कहा।

उन्होंने कहा कि 30 जून को जब दोनों युवक गांव पहुंचे तो परिवार ने उनकी बेरहमी से पिटाई की, आरोपियों ने उनके चेहरे काले कर दिए और कथित तौर पर उन्हें मानव मल खाने के लिए मजबूर किया. उन्होंने उन्हें जूतों की माला भी पहनाई और गांव में घुमाया।

परिवार ने दावा किया कि दोनों युवकों को युवती से छेड़छाड़ करने और उसे ग़लत तरीक़े से छूने के लिए पीटा गया था। एसपी ने कहा कि जांच के दौरान परिवार के दावे झूठे पाए गए।

पीड़ितों का आरोप है कि आरोपियों ने उन्हें यौन उत्पीड़न के झूठे मामले में फंसाने की कोशिश की। उनमें से एक ने कहा कि उस युवती द्वारा हमें मिलने के लिए बुलाने के बाद हम उसके घर गए थे, हमने कोई अपराध नहीं किया है।

गुरुवार की सुबह वन, पुलिस और जिला प्रशासन की एक संयुक्त टीम ने परिवार के तीन घरों को आंशिक रूप से इस आधार पर ध्वस्त कर दिया कि वे वन भूमि पर बने थे।

दलित युवकों के खिलाफ कथित अत्याचार सीधी जिले में प्रवीण शुक्ला द्वारा एक आदिवासी व्यक्ति पर पेशाब करने का वीडियो वायरल होने और पूरी दुनिया में हंगामा मचने के कुछ दिनों बाद हुआ।