मध्य प्रदेश राज्य

मध्यप्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं, एमपी पुलिस व प्रशासन पर भाजपा नेताओं का दबाव है : दिग्विजय सिंह

राजगढ़।मध्यप्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं। क्योंकि एमपी पुलिस व प्रशासन पर भाजपा नेताओं का दबाव है। संविधान कानून व नियम से सरकार नहीं चल रही है। संस्थाएं भाजपा के नेताओं के दबाव से चल रही हैं। पूछो तो कहते हैं, सर क्या करें ऊपर का दबाव है। यह आरोप भाजपा सरकार पर सारंगपुर में एक दिवसीय दौरे पर आए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने चर्चा के दौरान लगाए।

देश में 700 से ज्यादा किसानों, खासकर हरियाणा और पंजाब के किसानों की शहादत लेकर भी भाजपा वालों का मन नहीं भरा। कांग्रेस और इंडिया हमारे अन्नादाताओं के विरुद्ध भाजपा का कोई भी षड्यंत्र कामयाब नहीं होने देगा। अगर किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए कोई भी कदम उठाया जाएगा तो मोदी जी को फिर से माफी मांगनी पडेगी। एमपी का किसान हर दिन एक नई समस्या से जूझ रहा है। पहले तो सोयाबीन के सही दाम नहीं मिले और अब सरकार के कुप्रबंधन की वजह से रही सही कसर डीएपी की अनुपलब्धता से निकल रही। हमारी मांग है कि सरकार किसानों को आवश्यक रूप से डीएपी उपलब्ध कराए, जिससे गेहूं, सरसों व दलहन आदि की अच्छी पैदावार हो। वहीं, किसानों को सोयाबीन का उचित दाम दे।

भाजपा चाहे कितना भी झूठ फैला ले, हम आरक्षण पर आंच तक नहीं आने देंगे
वहीं, चर्चा के दौरान पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरकार की नीति कौन तय कर रहा है? एक भाजपा सांसद या प्रधानमंत्री मोदी? हम तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक एक विस्तृत जाति जनगणना न हो जाए। आरक्षण पर से 50 फीसदी की सीमा हटाकर हर वर्ग को उनका हक, हिस्सेदारी और न्याय न मिल जाए, जनगणना से प्राप्त जानकारी भविष्य की नीतियों का आधार न बन जाएं। मोदी जी जाति जनगणना बोलने तक से डरते हैं, वो नहीं चाहते हैं कि बहुजनों को उनका हक मिले। भाजपा चाहे कितना भी झूठ फैला ले, हम आरक्षण पर आंच तक नहीं आने देंगे। मेरे लिए यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, लोगों को न्याय दिलाना ही मेरे जीवन का उद्देश्य है।

मैंने प्रदेश में ग्राम सभाओं को अधिकार दिए
पंचायत राज के मुद्दे पर बोलते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि महात्मा गांधी की कल्पना थी कि देश में पंचायत राज के माध्यम से जो दूर-दराज में रहने वाले गांव में हर व्यक्ति को अपने संसाधन, अपने भविष्य और सामूहिक रूप से उसका पालन करने का और योजना के अनुसार काम करने का अधिकार उसको सौंपना चाहिए। उसी की भावना के साथ राजीव गांधी ने भारतीय संविधान में प्रस्ताव किया था परिवर्तन का, लेकिन दुर्भाग्य से भारतीय जनता पार्टी ने उस प्रस्ताव का संविधान संशोधन का राज्यसभा में खारिज कर दिया गया। उसके बाद नरसिंम्हाराव ने उनका सपना पूरा किया और उस सपने के आधार पर जब यहां पहली बार पंचायत चुनाव हुए जब मैं मुख्यमंत्री था।

पूर्व सीएम ने कहा, मैंने पूरी भावना के साथ मध्यप्रदेश पंचायत राज में परिवर्तन किया। परिवर्तन करने के बाद पहला चुनाव करवाया और महिलाओं को आरक्षण दिलवाया और ग्राम सभाओं को अधिकार भी और सरपंचों को भी अधिकार दिए। जनपद, ब्लॉक, पंचायतों और जिला परिषद के अध्यक्षों को भी अधिकार दिए। प्रशासन को हर गांव तक पहुंचाने का प्रयास किया। लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने पूरी व्यवस्था को गड़बड़ा दिया। आज सरपंचों के पास कोई अधिकार नहीं है। इसलिए राष्ट्रीय सरपंच संघ ने जो मांग कि है, उसे हमें समर्थन करना चाहिए। उसका जो प्रतिवेदन है, उसका मैं समर्थन करता हूं।

हत्याकांड से पीड़ित परिवार से मिले दिग्विजय
शुक्रवार दोपहर को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सारंगपुर शहर में विगत दिवस अस्पताल रोड पर गोली मार कर की गई पत्रकार सलमान अली की हत्या के बाद मृतक के पुत्र और पिता तथा अन्य परिवारजनों से उनके निवास पर पहुंचकर मुलाकात की। पूर्व सीएम व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह मृतक सलमान के पुत्र, पिता और ताऊ से कहा कि मैं इस दुख की घड़ी में आपके परिवार के साथ हूं। इस परिवार से पारवारिक रिश्ते हैं। सलमान अली का निधन कभी न भरने वाली क्षति है। मैं ईश्वर से यही कामना करता हूं कि परिवार को दुख सहन करने की शक्ति दे।