मध्य प्रदेश राज्य

मध्यप्रदेश : दक्षिण अफ्रीक़ा से लाये गये एक चीते ‘उदय’ की मौत

भोपाल/श्योपुर, 23 अप्रैल (भाषा) दक्षिण अफ्रीका से मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में स्थानांतरित किए गए 12 चीतों में से एक चीते की रविवार को मौत हो गई। यह जानकारी एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने दी।.

अधिकारी ने बताया कि मृत चीता ‘उदय’ की उम्र छह साल थी।

.मध्‍य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में दक्षिण अफ्रीका से लाए गए एक और चीते की मौत हो गई है. उदय नाम के इस चीते को आज कूनो नेशनल पार्क में बीमार पाया गया था, जिसके बाद इलाज के दौरान इसकी मौत हो गई. मध्य प्रदेश के मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने उसकी मौत की पुष्टि की है. दक्षिण अफ्रीका से लाए जाने के दो महीने बाद मध्‍य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में यह दूसरे चीते की मौत है. 6 साल का उदय देश में लाए गए 12 चीतों में से एक था. फिलहाल मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है. पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा.

 

Sanjay sharma
@Editor__Sanjay
दुखद ! दक्षिण अफ़्रीका से आये एक और चीते उदय की मौत ! कूनो में अब 18 चीते बचे ! पता नही किसकी नज़र लग गयी !

मनीषा चौबे
@ChobeyManisha
कुछ दिन पहले लैला साशा नाम की चीता की
मौत हुई थी ,,, अब मजनू उदय नाम के चीते
ने भी उसकी याद में दम तोड़ दिया ,,🥺🙄

कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका से लाए
गए एक और उदय नाम के चीते की मौत ,,!

 

मध्य प्रदेश के मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने कहा कि आज चीते उदय को दैनिक निगरानी दल ने सिर झुकाए और सुस्‍त अवस्‍था में बैठा देखा. करीब जाने पर चीता लड़खड़ाकर उठा और अपनी गर्दन को एक ओर झुकाकर चल रहा था.

बेहोश कर किया था इलाज

उन्‍होंने बताया कि इसकी सूचना वन्‍यप्राणी चिकित्‍सकों को दी गई. चिकित्‍सकों ने उसे प्रथम दृष्‍टया बीमार पाया और सुबह 11 बजे उसे बेहोश कर मौके पर ही इलाज किया गया. इसके बाद उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था, लेकिन शाम चार बजे उदय की मौत हो गई.

साशा की भी हो गई थी मौत

इससे पहले, पांच साल की नामीबियाई चीता साशा की पिछले महीने किडनी में संक्रमण के चलते मौत हो गई थी. वह कूनो नेशनल पार्क में दौड़ने वाले चीतों के पहले जत्थे का हिस्सा थी और पिछले साल नामीबिया से आई पांच मादा चीतों में से एक थी.

8 नामीबिया, 12 दक्षिण अफ्रीका से लाए थे

नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल अपने जन्मदिन के मौके पर कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था. वहीं दक्षिण अफ्रीका से आए चीतों के दूसरे जत्थे में सात नर और पांच मादा चीते थे