उत्तर प्रदेश राज्य

मथुरा : पटाख़ा बाज़ार में दिवाली के दिन हुए अग्निकांड में अबतक 10 लोगों की मौत हो चुकी है!

संवाद न्यूज एजेंसी, मथुरा। मथुरा के राया थाना क्षेत्र में पटाखा बाजार में दिवाली के दिन अग्निकांड हो गया। हादसे में झुलसे लोगों की मौत का सिलसिला रुक नहीं रहा है। शनिवार को तीन और ने दम तोड़ दिया। दिल्ली एम्स में उपचार के दौरान हाथरस के युवक, राया की बच्ची और नौहझील के किशोर ने दम तोड़ दिया। राया का किशोर अपने मामा के साथ पटाखा बिक्री को गया था। गोपाल बाग की किशोरी खेलते समय झुलस गई थी। हाथरस के युवक ने यहां पटाखा की दुकान लगाई थी।

ज्ञात हो कि अनिल पुत्र सुल्तान निवासी बमनई, मुरसान, हाथरस ने अपने भाई ठाकुरदास और सुशील के साथ गोपाल बाग में पटाखा की अस्थाई दुकान लगाई थी। हादसे में झुलसने के बाद ठाकुरदास और सुशील की मंगलवार को ही मौत हो गई थी। शनिवार तड़के अनिल ने दम तोड़ दिया।

इसके अलावा गोपाल बाग पटाखा बाजार के पास ही रहने वाली 10 वर्षीय बच्ची खुशी पुत्री बीरेंद्र दोपहर में पटाखा बाजार के पास खेल रही थी, उसी समय हादसा हो गया और बच्ची बुरी तरह से झुलस गई थी। राहुल (13) पुत्र दिनेश चंद्र उर्फ दीना निवासी आजाद नगर, नौहझील अपने मामा पप्पू पुत्र धर्मेंद्र निवासी तुलागढ़ी, सुरीर के साथ उसके मुकेश निवासी नौहझील की दुकान पर पटाखा बिक्री में मदद को गया था।

मुकेश, पप्पू का सगा जीजा लगता है। पप्पू की भी इस हादसे में मौत हो चुकी है। अब तक इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें राय के गोपाल बाग की खुशी और मांट के श्रीपाल को छोड़कर एक दूसरे के रिश्तेदार लगते थे।

जिला प्रशासन ने सभी मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपए की सहायता राशि दिव्य आपदा कोष से देने का एलान किया है। हादसे के मृतक मोहन और उनके बेटे राजेश निवासी आजाद नगर, नौहझील के घर शनिवार को एसडीएम मार्ट प्रीति जैन और विधायक राजेश चौधरी पहुंचे। मृतक मोहन की पत्नी फूलवती को आठ लाख रुपये के चेक दिए।

इधर पूर्व विधायक श्याम सुंदर शर्मा भी मृतक को के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे उन्होंने कहा कि हादसे के मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपए देकर सरकार महज खानापूर्ति कर रही है। कम से कम 25-25 लाख रुपए इनको सहायता राशि दी जाए। अभी तक इस प्रकरण में 10 मौत हो चुकी है। मगर, एक मुकदमा भी दर्ज नहीं किया गया है। इस हादसे की सही जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।