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मणिपुर में भड़की हिंसा पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर घृणा फैलाकर विभिन्न समुदायों के बीच दरारें डालने का आरोप लगाया!


मणिपुर में भड़की हिंसा पर पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि यह राजनीति करने का वक़्त नहीं है.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और मिज़ोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरमथंगा ने भी शांति बहाल करने का अनुरोध किया है.

उन्होंने कहा है कि राजनीति और चुनाव का तो इंतज़ार किया जा सकता है, लेकिन हमारे खुबसूरत राज्य मणिपुर की सुरक्षा सबसे पहले होनी चाहिए.

अपने ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में ममता बनर्जी ने लिखा, ‘‘मणिपुर के हालात को लेकर मैं बहुत दुखी हूं. यह राजनीति करने का वक़्त नहीं है. राजनीति और चुनाव इंतज़ार कर सकती है लेकिन हमारे ख़ुबसूरत राज्य मणिपुर की सुरक्षा सबसे पहले होनी चाहिए.’’

उन्होंने लिखा, ‘‘इसलिए मैं प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से अनुरोध करती हूं कि वे सबसे पहले मणिपुर का ख्याल रखें, वहां शांति बहाल करें. मैं मणिपुर के अपने भाइयों और बहनों से भी अपील करता हूं कि वे शांत रहें, शांति और सद्भाव बनाए रखें.’’


Mamata Banerjee
@MamataOfficial
I am deeply concerned about the situation in Manipur. It is not the time for politics. Politics & elections can wait but our beautiful state Manipur has to be protected first. Thus I urge the Prime Minister & Home Minister to first take care of Manipur, restore peace there. I also urge our brothers and sisters of Manipur to stay calm, uphold peace & harmony. If we burn humanity today then we will seize to be a human tomorrow.

 

खड़गे का बीजेपी पर आरोप

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर घृणा फैलाकर विभिन्न समुदायों के बीच दरारें डालने का आरोप लगाया है.

उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मणिपुर जल रहा है. बीजेपी ने विभिन्न समुदायों के बीच दरारें पैदा करके एक ख़ुबसूरत राज्य की शांति बर्बाद कर दी है. इस गड़बड़ी के लिए बीजेपी की नफ़रत भरी, बंटवारे की राजनीति और सत्ता का लालच जि़म्मेदार है. हम सभी पक्षों से संयम बरतने और शांति बहाल करने की अपील करते हैं.’’

Mallikarjun Kharge
@kharge
Manipur is burning. BJP has created fissures among communities and destroyed the peace of a beautiful state.

BJP’s politics of hate, division and its greed for power is responsible for this mess.

We appeal to people from all sides to exercise restraint and give peace a chance.

हिंसा की ख़बरें मिलने के बाद पड़ोसी राज्य मिज़ोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरमथंगा ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से फोन पर बात की है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, ज़ोरमथंगा ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों से भी बात की, जिन्होंने उन्हें मणिपुर में और सुरक्षा बल भेजने का भरोसा दिया है.

ज़ोरमथंगा ने मणिपुर के कुकी समुदाय के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिज़ोरम के गृह मंत्री ललचमलियाना और गृह सचिव एच ललेगंगमाविया को ज़िम्मेदारी दी है.

‘ज़ो’ जनजाति से संबंधित मणिपुर के कुकी लोगों के मिज़ो जनजातियों के साथ रिश्ते हैं.

उन्होंने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री से हुई उनकी बातचीत का कोई सकारात्मक परिणाम मिलेगा. हम अपने भाइयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक संयुक्त बयान जारी करने पर सहमत हुए हैं.

क्या हुआ मणिपुर में?

बुधवार को जनजातीय लोगों के एक प्रदर्शन के दौरान उत्तर पूर्वी राज्य मणिपुर में हिंसा भड़क गई.

उसके बाद हालात पर क़ाबू पाने के लिए सेना और असम राइफल्स के जवानों को तैनात किया गया है. साथ में राज्य पुलिस को भी तैनात किया गया है.

हिंसा प्रभावित क्षेत्रों से अभी तक चार हज़ार लोगों को हटाया जा चुका है. वहां से लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है.

एहतियात के तौर पर शूट एट साइट का आदेश जारी किया गया है.