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मणिपुर में नहीं रूक रही हिंसा : इंफ़ाल ईस्ट और कांगपोकपी ज़िलों से सशस्त्र बंदूकधारियों ने की गोलाबारी, 10,000 जवान तैनात : रिपोर्ट

मणिपुर में हिंसा रूकने का नाम नहीं ले रही है। शुक्रवार को एक बार फिर सशस्त्र बंदूकधारियों ने फायरिंग की। अभी तक इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है। यह भी जानकारी मिल रही है कि महिलाओं का एक बड़ा समूह सेना की आवाजाही में बाधा डाल रही हैं। भारतीय सेना की स्पीयर कोर (III कोर) ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। इस बीच, यह भी पता चला है कि आज यानी शुक्रवार को मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने विष्णुपुर जिले के राहत शिविरों का दौरा किया।

https://www.youtube.com/watch?v=Lj-Z-SrXIsM

सेना के मुताबिक ये मणिपुर के इंफाल ईस्ट और कांगपोकपी जिलों से गोलीबारी की घटनाएं सामने आई हैं। भारतीय सेना ने कहा, इंफाल पूर्व में उरंगपत/यिंगांगपोकपी (वाईकेपीआई) और कांगपोकपी (मणिपुर में) के इलाकों में सशस्त्र बदमाशों ने गोलीबारी की। गोलीबारी की घटनाएं शुक्रवार दोपहर से कुछ समय पहले हुईं। हथियारबंद बदमाशों का एक समूह वाईकेपीआई से पहाड़ी की ओर इलाके में घुस आया। हथियारबंद बदमाशों ने उरंगपत और ग्वालताबी गांवों की ओर स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की।

सेना ने कहा, किसी भी अतिरिक्त क्षति से बचने के लिए इन खाली गांवों में तैनात सुरक्षा बल की टुकड़ियां जवाबी कार्रवााई कर रही हैं। जब सुरक्षा बल के जवान स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे, महिला प्रदर्शनकारियों के एक बड़े समूह ने क्षेत्र में अतिरिक्त टुकड़ियों की आवाजाही को अवरुद्ध कर दिया है। सेना ने सशस्त्र उपद्रवियों की आवाजाही को रोकने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 को अवरुद्ध कर दिया है।

https://www.youtube.com/watch?v=i1gL6WjDqWw

मुख्यमंत्री ने किया राहत शिविरों को दौरान
इस बीच, जानकारी मिल रही है कि हिंसाग्रस्त मणिपुर के मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह शुक्रवार को बिष्णुपुर जिले पहुंचे। उन्होंने यहां मोइरंग में बनाए गए राहत शिविरों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्या सुनी और जल्द से जल्द समस्याओं के निपटारे का आश्वासन दिया।

मणिपुर के पूर्वी इंफाल जिले के येंगांगपोक्पी (वाईकेपीआई) से बढ़ते हुए उरंगपत और ग्वालताबी गांवों में हथियारबंद लोगों के समूह ने शुक्रवार की दोपहर को गोलीबारी की। इन खाली गांवों में तैनात किए गए सुरक्षा बलों की टुकड़ियों ने हथियारबंदों को सावधानी से जवाब दिया है। अधिकारियों ने बताया कि महिलाओं का एक समूह वाईकेपीआई और सेइजांग क्षेत्रों में अतिरिक्त टुकड़ियों की आवाजाही को रोक रहा था।

 

वहीं, तलाशी के दौरान सुरक्षा बलों ने एक इंसास लाइट मशीन गन और एक इंसास राइफल बरामद किया। बुधवार की शाम 5:45 बजे उरंगपट और उत्तरी वाईकेपीआई में भी छोटे हथियारों से गोली की आवाजें सुनाई दी थी। मणिपुर में यह हिंसा मैतेई समुदाय की अनुसुचित जनजाति में शामिल होने की मांगों के विरोध में तीन मार्च को निकाली गई आदिवासी एकजुटता मार्च के दौरान शुरू हुई थी, जिसमें अबतक 100 लोगों की मौत हो चुकी है।

https://www.youtube.com/watch?v=cYuV4NshJCE

अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने राज्य के अधिकारियों के साथ समन्वय करने के लिए अपने संयुक्त निदेशक घनश्याम उपाध्याय को भेजा था और उनके लौटने पर एसआईटी का गठन किया गया था। एजेंसी ने राज्य सरकार द्वारा भेजे गए छह मामलों को फिर से दर्ज किया। अधिकारियों ने कहा कि विशेष अपराध शाखा, कोलकाता मामलों की जांच करेगी।

अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में “आदिवासी एकजुटता मार्च” आयोजित किए जाने के बाद पूर्वोत्तर राज्य में हिंसा भड़क गई। झड़पों से पहले कुकी ग्रामीणों को आरक्षित वन भूमि से बेदखल करने को लेकर तनाव था, जिसके कारण कई छोटे आंदोलन हुए थे।

https://youtu.be/zyy-uJfoB-8

लगभग 10,000 जवानों को तैनाती
मणिपुर की आबादी में मैतेई लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते हैं। आदिवासी – नागा और कुकी – आबादी का 40 प्रतिशत हिस्सा हैं और पहाड़ी जिलों में रहते हैं। शांति बनाए रखने के लिए राज्य में सेना और असम राइफल्स के लगभग 10,000 जवानों को तैनात किया गया है।

Ashok Swain
@ashoswai
Forget the Empire State Building and Niagara Fall, in Modi’s honor, Manipur is lighting up for the last six weeks!


SpearCorps.IndianArmy
@Spearcorps
𝗙𝗶𝗿𝗶𝗻𝗴 𝗯𝘆 𝗔𝗿𝗺𝗲𝗱 𝗠𝗶𝘀𝗰𝗿𝗲𝗮𝗻𝘁𝘀 𝗶𝗻 𝗮𝗿𝗲𝗮𝘀 𝗼𝗳 𝗨𝗿𝗮𝗻𝗴𝗽𝗮𝘁/ 𝗬𝗮𝗶𝗻𝗴𝗮𝗻𝗴𝗽𝗼𝗸𝗽𝗶(𝗬𝗞𝗣𝗜) 𝗶𝗻 𝗜𝗺𝗽𝗵𝗮𝗹 𝗘𝗮𝘀𝘁 & 𝗞𝗮𝗻𝗴𝗽𝗼𝗸𝗽𝗶 #Manipur
Group of armed miscreants sneaked into the area from YKPI towards hill side today afternoon. Miscreants firing automatic weapons towards villages of Urangpat & Gwaltabi. Security Forces Columns deployed in these vacant villages responding in calibrated manner to avoid any collateral damage. Large group of women part of mob in YKPI & Seijang area preventing movement of additional columns into the area. 𝗙𝘂𝗿𝘁𝗵𝗲𝗿 𝗱𝗲𝘁𝗮𝗶𝗹𝘀 𝗳𝗼𝗹𝗹𝗼𝘄

Ashok Swain
@ashoswai
I just said someone 280 churches have been burned down in Manipur!

Ritu #जिष्णु
@RituRathaur

SHOCKING: Reportedly, Xtan Kuki Militants have now bombed/vandalised Jagganath Temple in Churachandpur District , Manipur

No Hindu temples, No Hindus will be left in North East India

Kashmir is hindu less, now NE India too will be

Rtn Gift to hindus for giving 282 & 303 to BJP