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मणिपुर के विधायकों ने असम राइफ़ल्स पर सवाल उठाये, मणिपुर में एकता के लिए ख़तरा पैदा कर रही हैं!

हिंसाग्रस्त मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए केंद्र सरकार से सांप्रदायिक झड़पों में इस्तेमाल किए गए हथियारों और गोला-बारूद के स्रोतों की जांच करने और असम राइफल्स की जगह अन्य केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात करने पर विचार करने का आग्रह किया गया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मणिपुर के विधायकों के एक समूह ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से निर्णायक कदम उठाने का आग्रह किया गया है, ताकि शांति बहाली हो सके। विधायकों ने केंद्रीय गृह मंत्री को दिए प्रस्ताव में 9वीं असम राइफल्स, 22वीं असम राइफल्स और 37वीं असम राइफल्स को बदलने की मांग की है। उन्होंने असम राइफल्स की कुछ इकाइयों के बारे में चिंता व्यक्त की, जो वर्तमान में मणिपुर में एकता के लिए खतरा पैदा कर रही हैं।

सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री को दिए गए ज्ञापन में 5 जुलाई, 2023 को चुराचांदपुर में आयोजित शांति मार्च के दौरान आग्नेयास्त्रों और गोला-बारूद के सार्वजनिक प्रदर्शन की व्यापक जांच की भी मांग की गई है। इसके अलावा विधायकों ने राज्य में सक्रिय सशस्त्र विद्रोहियों और सीमा पार सशस्त्र विद्रोही समूहों के खिलाफ मजबूत और अधिक प्रभावी कार्रवाई करने का आह्वान किया।

ज्ञापन में कहा गया है कि शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए इन सशस्त्र समूहों के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने की आवश्यकता है, जिन्होंने नियमों का उल्लंघन किया है।