मणिपुर की स्थिति को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए सभी कोशिशें की जा रही हैं.
मणिपुर में पिछले 50 दिनों से हिंसा का दौरा जारी है जिसे लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि मणिपुर में हिंसा शुरू होने के बाद से एक भी दिन ऐसा नहीं हुआ जब उन्होंने इसे लेकर पीएम मोदी से बात ना की हो और पीएम मोदी ने निर्देश ना दिए हों.
बीजेपी प्रवक्ता और मणिपुर के प्रभारी संबित पात्रा ने बताया, ”इस बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने अपने प्रतिनिधि भेजे थे. सभी ने अपने विषय को बड़े ही सकारात्मक रूप से, एक सकारात्मक माहौल में रखा. बैठक से पहले गृह मंत्रालय की ओर से मणिपुर की परिस्थिति और सरकार के उठाए कदमों को लेकर विस्तार से प्रजेंटेशन दिया गया.”
पात्रा ने बताया, ”सभी प्रतिनिधियों को सुनने के पश्चात गृह मंत्री ने कहा कि जो भी आपने कहा है इन सभी विषयों पर हम विस्तार से चर्चा करेंगे. गृह मंत्री जी ने आश्वासन दिया है कि आपसी सहयोग के साथ हम जल्द ही शांति की ओर बढ़ेंगे.
#WATCH | "The Union Home Minister assured that all steps will be taken to ensure no loss of life or property in Manipur," says BJP leader Sambit Patra on the all-party meeting convened by Union Home Minister on Manipur situation. pic.twitter.com/j2EiCihfRN
— ANI (@ANI) June 24, 2023
विपक्ष ने क्या कहा
वहीं, विपक्ष ने इसे ‘खुले मन से हुई बैठक’ तो बताया है लेकिन अपनी कुछ मांगे भी रखी हैं.
बैठक के बाद राजद के सासंद मनोज झा ने कहा, ”बैठक में बड़े खुले मन से बात हुई. 50 दिन हो गए, मौतें हो रही है, विस्थापन हो रहा है. वहां के राजनीतिक नेतृत्व पर पूरी तरह भरोसा नहीं है. ये लगभग सभी विपक्षी दलों ने कहा. उन्होंने यहां तक कह दिया कि जो शख़्स वहां पर प्रशासन चल रहा है वो भरोसमंद नहीं है. अगर वो शख़्स प्रभारी रहता है तो आप शांति नहीं ला सकते.”
#WATCH | Manoj Jha, RJD MP speaks after all-party meeting over the Manipur situation, he says, "It was an open discussion. The entire opposition went to the extent of saying that the person heading the administration of Manipur is not trustworthy…we can't have peace in Manipur… pic.twitter.com/FF2nv3NXkG
— ANI (@ANI) June 24, 2023
डीएमके सांसद तिरुची शिवा ने कहा, ”हमने मणिपुर में 50 दिनों से चल रही घटनाओं को लेकर चिंता व्यक्त की है. गृह मंत्री ने सभी को सुना और कहा कि वो इस पर ध्यान दे रहे हैं और हम उन पर भरोसा करें. हमने अनुरोध किया कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को मणिपुर भेजा जाए.”
#WATCH | Tiruchi Siva, DMK MP speaks on all-party meeting over Manipur situation…"We expressed our concern about the incidents that are going on in Manipur for the past more than 50 days. The Home Minister just listened to every one of us. And he said that he is looking after… pic.twitter.com/PSuYtRdy77
— ANI (@ANI) June 24, 2023
कांग्रेस ने रखीं आठ मांगे
इसी तरह कांग्रेस ने भी मणिपुर के मुख्यमंत्री को तुरंत बदले जाने और प्रधानमंत्री को राज्य की स्थिति पर बयान देने सहित कुल आठ मांगें रखी हैं.
इनमें राज्य के मुख्यमंत्री को तुरंत बदले जाने और बिना देरी किए प्रभावित लोगों के लिए राहत, पुनर्वास और आजीविका का पैकेज तैयार किए जाने की मांग शामिल है.
हमारी मांग
1. प्रधानमंत्री, मणिपुर पर अपनी चुप्पी तोड़ें।
2. अगर प्रधानमंत्री इस सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करते और यह इंफाल में होती तो मणिपुर के लोगों को स्पष्ट संदेश जाता कि उनका दर्द और संकट भी राष्ट्रीय पीड़ा का विषय है।
3. मणिपुर में तत्काल सभी मिलिटेंट ग्रुप के पास से… pic.twitter.com/LpR2S01Uq4
— Congress (@INCIndia) June 24, 2023