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रात को गुलज़ार हो जाती है गली….By-जयचंद प्रजापति
जयचंद प्रजापति ========== · रात को गुलज़ार हो जाती है गली ……………. दिन मे कोई नही आता इस गली में। सूनी रहती है। कोई हलचल नहीं। आवारा गाय और कुत्ते अक्सर इस गली में आकर बिना डर भय के आराम करते हैं। रात होते ही यह गली गुलजार हो जाती है। चहल कदमी बेफिक्री से। […]
शादीशुदा गृहिणी और 2 बच्चों की माँ हूँ, क्या करू ?
रिश्ते ============== मै एक शादीशुदा महिला हु। ज्यादा पढ़ी लिखी होने के बावजूद नौकरी नहीं करती इसलिए पति ताने मारता है शादी से पहले मै और पति एक ही कंपनी में नौकरी करते थे। मेरा Arrange marriage हुआ है। दरअसल पति चाहता था, की शादी के बाद मै भी नौकरी करू, और उनके लिए पैसे […]
बाग़ उजड़ गए….द्वारिका प्रसाद अग्रवाल की कृति
द्वारिका प्रसाद अग्रवाल Lives in Bilaspur, Chhattīsgarh, India ========= बाग उजड़ गए : ========= बाग उजड़ गए बिही के. बिही जिसे अमरूद भी कहा जाता है, मेरे बिलासपुर के आसपास इसकी बेतरह पैदावार हुई करती थी. बिलासपुर से तखतपुर तक हज़ारों एकड़ जमीन, जिसे स्थानीय बोलचाल की भाषा में ‘बिही बाड़ी’ या ‘बिही बगैचा” कहते […]