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मई 2020 की शुरुआत में लद्दाख में चीनी घुसपैठ सच्चाई थी, जिसमें हमारे 20 सैनिक शहीद हो गए, पीएम ने सार्वजनिक रूप से चीन को क्लिनचिट दी : जयराम रमेश

मणिशंकर अय्यर के एक बयान पर विवाद हो रहा है. दरअसल कांग्रेस नेता अय्यर ने 1962 में हुए चीन के हमले के लिए ‘कथित’ शब्द का इस्तेमाल किया. अपने इस बयान के लिए अय्यर ने माफ़ी मांगी है.

फॉरेन कॉरेस्पोंडेंट्स क्लब’ के कार्यक्रम के वीडियो के अनुसार, मणिशंकर अय्यर एक किस्सा सुना रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा कि “अक्टूबर 1962 में चीन ने कथित तौर पर भारत पर आक्रमण किया था.”

अपने इस बयान पर अय्यर ने कहा कि ‘चीनी आक्रमण’ से पहले ग़लती से ‘कथित’ शब्द का इस्तेमाल किया और मैं पूरी तरह इसके लिए माफ़ी मांगता हूं.

कांग्रेस ने इस बयान से खुद को अलग कर लिया है लेकिन पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा है कि अय्यर ने जो कहा उसके लिए उन्होंने माफ़ी मांगी, लेकिन साल 2020 में गलवान में जो हुआ उसके लिए पीएम ने सार्वजनिक रूप से चीन को क्लिनचिट दे दी.

जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा- “ 20 अक्टूबर 1962 को शुरू हुआ चीनी हमला वास्तविक था. मई 2020 की शुरुआत में लद्दाख में चीनी घुसपैठ भी सच्चाई थी,जिसमें हमारे 20 सैनिक शहीद हो गए और यथास्थिति बिगड़ गई.”

“हालाँकि, पीएम ने 19 जून 2020 को सार्वजनिक रूप से चीन को क्लीन चिट दे दी,जिससे हमारी नेगोशिएट करने कीस्थिति गंभीर रूप से कमजोर हो गई. देपसांग और देमचोक सहित 2000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र भारतीय सैनिकों की पहुँच से बाहर है.”