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मंगलवार को ग़ज़ा में इसराइल के 11 जवानों की मौत की पुष्टि, बौखला गया नेतन्याहू!

इसराइल के पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनका देश हमास के ख़िलाफ़ ‘जंग जारी रखेगा और इसे जीतेगा.’

मंगलवार को ग़ज़ा में संघर्ष कर रहे इसराइल के 11 जवानों की मौत की पुष्टि हुई. इसराइल की सेना के मुताबिक इनकी उम्र 19 से 24 साल के बीच थी.

इसके बाद अपने पहले बयान में इसराइल के पीएम नेतन्याहू ने कहा, “हम मुश्किल जंग लड़ रहे हैं. ये एक लंबी लड़ाई है. हम इसमें अहम कामयाबी मिली है लेकिन दर्द देने वाली क्षति भी हुई है.”

उन्होंने कहा, “हम जानते हैं, हमारा हर सैनिक पूरी दुनिया के बराबर है.”

नेतन्याहू ने कहा, “एक देश के तौर पर पूरा इसराइल आपको और आपके परिवार को गले लगाता है. तहे दिल से हम आपके साथ हैं. आपकी दुख की घड़ी में आपके साथ हैं.”

उन्होंने कहा, “इसराइल के लोगों मैं आपसे वादा करता हूं कि हम मिशन पूरा होने तक हम चलते रहेंगे, हम जीत मिलने तक लड़ते रहेंगे.”

11 सैनिकों की मौत नेतन्याहू और उनके देश के लिए किस बात का संकेत?

जेरेमी बोवेन

अंतरराष्ट्रीय संपादक, इसराइल-ग़ज़ा सीमा से

इसराइल ने जब से जबालिया शरणार्थी कैंप पर हमला किया है, तब से सवाल सामने है कि क्या (युद्ध की) ये कीमत उचित है? ये कीमत है तमाम फ़लस्तीनियों की मौत.

बीते रात मैंने कैंप के पास के एक स्थानीय अस्पताल के सर्जिकल डायरेक्टर से बात की जिन्होंने बपाताया कि उनके पास 400 हताहत लोग आए हैं. उनमें से 120 लोग या तो अस्पताल आने तक मर चुके थे या फिर कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई.

इसराइल का कहना है कि जंग की शुरुआत के बाद से उन्होंने ग़ज़ा पर 11 हज़ार हमले किए हैं. मैं इसराइल के दक्षिण में हूं. ये ग़ज़ा के पास का सीमाई इलाका है.

और बीते की दिन से मैं कई दफ़ा लगातार भारी गोलीबारी की आवाज़ें सुनता हूं.

आप हवा में उड़ते लड़ाकू विमानों की आवाज़ सुनते हैं जो निशाना भेदने के लिए रेस लगाते मालूम होते हैं.

जब वो हमारे सिर के ऊपर से गुजरते हैं तब वो ग़ज़ा में तय निशानों पर अपनी मिसाइलें दागने से कुछ सेकेंड दूर होते हैं.

इसराइल डिफेंस फोर्सेज़ (आईडीएफ़) ने एलान किया है कि मंगलवार को उसके 11 सैनिकों की मौत हुई है. ये एक संकेत है कि आगे क्या हो सकता है. अभी तक उन्होंने ग़ज़ा शहर जैसे नगरीय इलाक़ों में दाखिल होने की कोशिश नहीं की है. सेना के लिए ये एक बड़ी चुनौती हो सकती है.

इसराइल की सेना उसके करीब पहुंच रही है लेकिन अभी वो गांवों से होकर आगे बढ़ रही है. ये शहर के चारों ओर का इलाका है.

कुछ दिन पहले हमास ने इसराइली सैनिकों पर घात लगाकर हमला किया. वो काफिला ग़ज़ा में दाखिल ही हुआ था. कुछ लोगों के पास आधुनिक और अभेद्य कैरियर थे.