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भारी संख्या में ज़ायोनी दूसरे देशों की ओर पलायन का इरादा कर चुके हैं : रिपोर्ट

इस्राईल में दूसरे देशों से आकर बसे ज़ायोनी भारी संख्या में दूसरे देशों की ओर पलायन का इरादा कर चुके हैं।

इस्राईल में सोशल मीडिया पर यह कैम्पेन चल रहा है कि हम एक साथ इस्राईल छोड़ देंगे। दूसरे देशों से लाकर मक़बूज़ा फ़िलिस्तीन में बसाए गए परिवारों का कहना है कि हम दुनिया में कहीं और जाकर बसना चाहते हैं जहां हम निवेश कर सकें और रोज़गार के अवसर हासिल करें।

ग़ज़ा पट्टी के ख़िलाफ़ जारी ज़ायोनी शासन के भीषण हमलों के बीच यह कैम्पेन इस्राईल के भीतर चल रहा है। इस कैंपने की दूसरी वजह लेबनान की सीमा पर हिज़्बुल्लाह से इस्राईल की झड़पें हैं।

इस्राईल में लोगों का कहना है कि शांति और सुरक्षा का एहसास पूरी तरह ख़त्म हो गया है। कैम्पेन चलाने वालों का कहना है कि ग़ज़ा के साथ जारी लड़ाई में आगे क्या होगा इस बारे में किसी को कुछ नहीं मालूम है जबकि इस्राईली अधिकारी जो कुछ भी इस बारे में कह रहे हैं उस पर कोई भी भरोसा करने के लिए तैयार नहीं है।

कैम्पेन चलाने वालों में बहुत सारे वकील हैं जो इस्राईल से भागने वालों की क़ानूनी मदद की पेशकश कर रहे हैं और उनका मानना है कि दूसरे देशों से आकर इस्राईल में बसने वालों को दूसरे देशों में बसाया जाना चाहिए।

कैंम्पेन में यह कोशिश हो रही है कि पहली ही बार में कम से कम 10 हज़ार लोग इस्राईल छोड़कर चले जाएं।

बहुत सारे लोग इस कैम्पेन की वजह से इस्राईल छोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं। मैटन स्टीवन नाम के व्यक्ति ने पुर्गगाल का शरणार्थी वीज़ा लिया है जिसकी मदद से वो पुर्तगाल में रह कर कारोबार कर सकते है। उन्होंने पुर्तगाल की यात्रा की और अपना अनुभव शेयर किया कि सब कुछ बहुत सुचारू रूप से हो गया।

ओरीत साएर नाम की महिला ने बताया कि इस्राईल में हालात समझ के बाहर हैं हमें यहां से चला जाना चाहिए।

क्रीमन रोसो नाम की महिला ने कहा कि मैं स्वेडन जाना चाहती हूं या नार्वे में जाकर बसना चाहती हूं। उनका कहना है कि हमारा परिवार बहुत परेशान है हमें इस्राईल से जितनी जल्दी संभव हो चला जाना चाहिए।

नेतनयाहू सरकार इस स्थिति से परेशान है और इस्राईल छोड़कर जाने वालों से कह रही है कि वे अपने प्रोग्राम की पुनरसमीक्षा करें।